Bihar News में चर्चा शिक्षा विभाग के उस कथित आदेश का जिसे खूब वायरल किया जा रहा है। इस आदेश में शिक्षकों को घर से शौचालय कर के आने और ऑक्सीजन सिलेंडर लेकर चलने को कहा गया है।
शिक्षा विभाग में आईएएस केके पाठक के आने के बाद कई सख्त फैसले लिए गए हैं। इन फैसलों में शिक्षकों के स्कूल आने-जाने के समय से लेकर बच्चों की उपस्थिति को बेहतर करने तक के कई निर्देश दिए गए हैं। ऐसे में अब विभाग के नाम पर कई फर्जी आदेश को जानबूझकर वायरल किया जा रहा है। गर्मी छुट्टी के फर्जी आदेश को वायरल करने पर शनिवार को विभाग ने अपना रुख स्पष्ट किया था। अब एक बार फिर एक नए आदेश की कॉपी खूब वायरल हो रही है।
वायरल आदेश : निदेशक के नाम पर वायरल की गई चिट्ठी
माध्यमिक शिक्षा के निदेशक कन्हैया प्रसाद के नाम पर एक आदेश की कॉपी को वायरल किया जा रहा है। हालांकि ‘रिपब्लिकन न्यूज’ की तफ्तीश में यह साफ है कि यह एक फर्जी आदेश की कॉपी है और जानबूझकर इस आदेश को वायरल किया जा रहा है। इस आदेश में लिखा गया है कि ‘शिक्षा विभाग की ओर से आप सभी विद्यालय शिक्षक कर्मचारियों को निर्देशित किया जा रहा है कि BPSC द्वारा चयनित शिक्षक यदि शौचालय का प्रयोग करते हैं तो इससे बच्चों की शिक्षा की गुणवत्ता प्रभावित होगी। अतः सभी शिक्षकों को निर्देश है कि नित्य कर्म घर से कर के आएं। प्रायः यह भी देखा गया है कि शिक्षक क्लासरूम में बहुत लंबी सांसें लेते हैं। जिससे ऑक्सीजन का स्तर गिरने का भय है। ऐसी स्थिति में सभी शिक्षकों को निर्देश दिया जा रहा है कि वह अपना ऑक्सीजन टंकी लेकर आएं। अन्यथा उन पर कठोर कार्रवाई की जा सकती है’।
विभाग ने फर्जी आदेश वायरल करने पर एफआईआर का लिया था एक्शन
इस आदेश की कॉपी को देखकर ही लगता है कि यह किसी शरारती तत्व द्वारा बनाया और वायरल किया जा रहा है। शनिवार को भी शिक्षा विभाग ने गर्मी छुट्टी को लेकर जारी आदेश पर यह साफ किया था कि अधिकारी के फर्जी हस्ताक्षर से गलत आदेश को वायरल किया जा रहा है। इस मामले में भी विभाग ने फर्जी आदेश वायरल करने वालों पर एफआईआर करने की बात कही थी। अब एक बार फिर माध्यमिक शिक्षा के निदेशक कन्हैया प्रसाद श्रीवास्तव के नाम पर बीपीएससी शिक्षकों के लिए यह फर्जी आदेश की कॉपी खूब वायरल की जा रही है।