Bihar News में चर्चा है जमुई के उस घटना की जब तेजस्वी के सामने चिराग पासवान को भद्दी-भद्दी गालियां दी गई। अब जमुई में आरजेडी की नाव सियासी भंवर में फंसती नजर आ रही है।
Tejashwi Yadav को बड़ा नुक्सान
राजनीति में एक शब्द कैसे सियासी समीकरण को बदल सकती है, इसका ताजा उदाहरण जमुई की घटना है। चुनावी सभा के दौरान तेजस्वी यादव की मौजूदगी में चिराग पासवान को भद्दी-भद्दी गालियां देने वाला वीडियो वायरल होने के बाद वोटों का ध्रुवीकरण शुरू हो चुका है। सियासी पंडितों का दावा है कि इस घटना से आरजेडी को बड़ा नुक्सान होगा। क्योंकि वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद आरजेडी के प्रति लोगों में नाराजगी काफी बढ़ गई है। ऐसे में चिराग के समर्थक खासतौर से एकजुट हो गए हैं।
तेजस्वी के सामने दी गईं गालियां, Chirag Paswan हुए गुस्सा
जमुई में इंडिया गठबंधन की उम्मीदवार अर्चना रविदास के समर्थन में तेजस्वी यादव बुधवार को एक सभा कर रहे थे। इस सभा के दौरान तेजस्वी यादव के मंच के ठीक नीचे खड़े लोगों ने चिराग पासवान को लेकर भद्दी-भद्दी बातें कहीं और गालियां दी। वीडियो में साफ पता चल रहा है की गालियां इतनी जोर से दी जा रही थी की आवाज मंच पर बैठे लोग भी सुन रहे थे। लेकिन तेजस्वी यादव का कहना है कि उन्होंने यह बात नहीं सुनी। चिराग पासवान को लेकर इस तरीके की गाली-गलौज किए गए फिर भी मंच पर मौजूद नेताओं ने समर्थकों को नहीं रोका। लिहाजा यह पूरी घटना कमरे में कैद हो गई। वीडियो सामने आने के बाद हड़कंप मच गया। चिराग पासवान के समर्थक बेहद नाराज हो गए हैं। हालांकि चिराग पासवान ने भी इस घटना पर अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए साफ तौर पर यह कहा कि तेजस्वी यादव के सामने ऐसी घटना हुई और वह चुप रहे।
दलितों के अपमान का बना मुद्दा, आरजेडी को सीधा नुक्सान
अब एनडीए ने इसे दलितों से जुड़ा मुद्दा बना दिया है। सम्राट चौधरी ने कहा कि दलितों के मसीहा स्वर्गीय रामविलास पासवान की पत्नी और चिराग पासवान की माता को जिस तरह से राजद द्वारा गाली-गलौज किया गया, यह पीड़ादायक है। सम्राट चौधरी ने दावा किया कि गाली-गलौज करने वालों के खिलाफ चुन-चुन कर कार्रवाई की जाएगी। एक भी व्यक्ति को छोड़ नहीं जाएगा। साफ है कि एनडीए ने अब इस मुद्दे पर तेजस्वी को घेर लिया है। अब यह मुद्दा दलितों के अपमान से जुड़ गया है। लिहाजा आरजेडी को इसका सीधा खामियाजा भुगतना पड़ सकता है।
तेजस्वी ने दी सफाई, वोटों के ध्रुवीकरण में फसी आरजेडी
मीडिया ने जब इस मसले पर तेजस्वी से सवाल किया तो उन्होंने कहा कि हमने वह वीडियो देखा है। पब्लिक में खड़े लोग बोल रहे हैं। मंच पर किसी ने कुछ नहीं कहा है। ऐसे तो कोई भी भीड़ में गाली दे सकता है। अगर बात मेरे कान तक आई होती तो मैं यह बर्दाश्त नहीं करता। तेजस्वी यादव भले ही अपनी सफाई में जो भी कह दें, लेकिन वीडियो देखकर लोगों में काफी नारगजी है। कहा जा रहा है कि तेजस्वी यादव ने बैठे-बिठाये एनडीए को एक बड़ा मुद्दा दे दिया है। अब इस मुद्दे को पूरे चुनाव में दलितों के अपमान से जोड़कर सामने रखा जाएगा और फिर वोटो के ध्रुवीकरण का सीधा नुकसान आरजेडी को झेलना होगा।