Bihar News में चर्चा तेजस्वी यादव के एक बयान की। ऐसा बयान जिसने बिहार पुलिस मुख्यालय की साख पर सवाल उठा दिया है।
Bihar Police Headquarters में डीजीपी की कोई नहीं सुनता
बिहार पुलिस महकमे में सब ठीक नहीं है। अफसर का तबादला डीजीपी के हिसाब से नहीं किया जा रहा है। डीजीपी आरएस भट्टी डमी बनकर कर रह गए हैं। जब डीजीपी किसी अधिकारी के तबादले की सूची बनाते हैं तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के चमचे उस सूची को कचरे के डब्बे में डाल देते हैं। फिर चढ़ावा लेकर तबादले की सूची बनाई जाती है। बिहार में एसपी से लेकर आईजी, डीआईजी और डीएसपी तक की पोस्टिंग पैसे लेकर की जा रही है।यही कारण है कि अपराध बेलगाम हो चुका है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला करते हुए यह बातें कहीं और बिहार पुलिस मुख्यालय की साख पर सवाल उठा दिया।
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नीतीश के चमचे पैसे लेकर करते हैं तबादला
मंगलवार की रात वैशाली के हाजीपुर में वार्ड पार्षद की पंकज कुमार राय की हत्या कर दी गई थी। बुधवार को तेजस्वी यादव पीड़ित परिजनों से मिलने पहुंचे। इसके बाद उन्होंने मीडिया से बातचीत के दौरान बिहार में बेलगाम अपराध पर जमकर भड़ास निकाली। तेजस्वी ने कहते-कहते वह सब कह दिया जो शायद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी चुभ सकता है। तेजस्वी यादव ने कहा कि लॉ एंड ऑर्डर संभालने की जिम्मेदारी डीजीपी की है। लेकिन डीजीपी की सुनने वाला ही कोई नहीं है। पुलिस मुख्यालय में डीजीपी की बात नहीं सुनी जाती। डीजीपी तबादले के लिए अफसर की सूची बनाते हैं तो उस सूची को कचरे के डिब्बे में फेंक दिया जाता है। तेजस्वी ने कहा कि ट्रांसफर-पोस्टिंग नीतीश कुमार के चमचे करते हैं। तबादले की सूची तब तक तैयार नहीं होती, जब तक कि चढ़ावा नहीं चढ़ाया जाता। उन्होंने ने कहा कि जब अफसर की पोस्टिंग पैसे लेकर की जाएगी तो अफसर फील्ड में काम करने के बजाय पैसे बटोरने में ही अपना ध्यान लगाएगा। यही कारण है कि बिहार में अपराध बेलगाम हो चुका है।
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डीजीपी आरएस भट्टी अपने कार्यकाल का लंबा समय बचा होने के बावजूद केंद्रीय प्रतिनयुक्ति पर जाने की अर्जी दे चुके हैं। राज्य सरकार से उस अर्जी को स्वीकृति भी मिल चुकी है। केंद्र से हरी झंडी मिलते ही डीजीपी दिल्ली निकल जाएंगे। कहा जा रहा है कि पॉलीटिकल प्रेशर और ब्यूरोक्रेटिक लॉबी की मनमानी के कारण डीजीपी आरएस भट्टी लंबे समय से परेशान हैं। वह एक डमी डीजीपी बनकर नहीं रहना चाहते। यही वजह है कि उन्होंने काफी पहले ही केंद्रीय प्रतिनयुक्ति पर वापस जाने की अर्जी दे दी थी। बिहार में नए डीजीपी की तलाश भी की जा रही है। ऐसे में तेजस्वी यादव का नीतीश कुमार के कुछ खास अफसर पर सीधा हमला यह बताने के लिए काफी है कि डीजीपी आरएस भट्टी आखिर बिहार छोड़कर क्यों जाना चाहते हैं।