Bihar News में विवादित बयान आते रहे हैं, लेकिन कलेक्टर जैसे पद पर बैठे आईएएस अफसरों को लेकर लालू यादव के बाद ऐसा कोई बयान पहली बार आया है।
भारतीय किसान यूनियन के चर्चित नेता राकेश टिकैत के साथ मंच साझा करते हुए राष्ट्रीय जनता दल (RJD Party) के विधायक और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की सरकार के पूर्व कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने एकबारगी 1990 के दौर में राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव (Lalu Yadav) के बिगड़े बोल की गूंज सुना दी। उन्होंने कहा कि कलेक्टर पर लाठी-डंडा चलाएंगे तो केस हो जाएगा, इसलिए काम नहीं करें तो उनके मुंह पर थूकिए। कलेक्टर, बिहार में जिला पदाधिकारी को कहा जाता है। भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी (IAS) वरीयता हासिल करने के बाद कलेक्टर बनते हैं।
लालू अपनी जनसभाओं में करते थे फजीहत
लालू जब मुख्यमंत्री बने थे तो वह अपनी जनसभाओं में पिछड़ी जाति के लोगों के सामने जानबूझकर अगड़ी जाति के आईएएस अफसरों को मंच पर बुलाकर विवादित बयान देते थे, हड़काते थे। कई बार वह उनसे खैनी भी मांगकर जनसभा में मौजूद लोगों को हंसाते हुए एक गंभीर संदेश देते थे कि अगर पिछड़ा वर्ग आगे बढ़े तो अगड़े लोग और यहां तक कि अफसर भी खैनी लगाकर देंगे। तब मोबाइल का जमाना नहीं था, इसलिए ऐसे बयान सिर्फ अखबारों के पन्ने पर दर्ज होकर गुम हो गए। लेकिन, अब सुधाकर सिंह के बिगड़े बोल को लोग सोशल मीडिया पर शेयर करते हुए लिख रहे हैं कि लालू प्रसाद यादव के विधायक आईएएस अफसरों के लिए क्या बोल रहे हैं।
फूल की जगह जूते-चप्पलों की माला पहनाइए
कैमूर में किसान सभा को संबोधित करते हुए सुधाकर सिंह ने विवादित सलाह दी। सुधाकर नीतीश सरकार में मंत्री थे और राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह के बेटे हैं। राजद विधायक सुधार सिंह ने कहा कि भ्रष्टाचार के हम्माम में सब नंगे हैं। आप किसके पास शिकायत लेकर जाएंगे और क्या होगा? कलेक्टर पर लाठी-डंडा चलाएंगे तो 302, 307 का केस लग जाएगा, उसकी जगह उसके मुंह पर 100 लोग थूक देंगे तो क्या दफा लगाएगा? फूलों की माला की जगह अधिकारियों को फटे हुए जूते और चप्पलों की माला पहनाइए। अगर कोई अधिकारी बाजार में आए तो उसे अंगूठा दिखाइए। इन सब चीजों से आप लोगों के ऊपर किसी भी तरह का कोई धारा नहीं लगेगा ।