Bihar Police एक बार फिर चर्चा में है। अपनी करतूतों के कारण Bihar Rail Police ने खाकी की साख को दागदार कर दिया है।
Patna Junction पर Rail Police का अवैध वसूली वाला खेल
पटना जंक्शन पर पश्चिम बंगाल के रहने वाले एक शख्स को रेल पुलिस ने हिरासत में ले लिया। उसपर आरोप लगे कि वह संदिग्ध है। खुद को संदिग्ध बताने पर पश्चिम बंगाल के रहने वाले यात्री और जीआरपी के सिपाही के बीच बहस हो गई। लिहाजा जीआरपी के सिपाही ने वर्दी का धौंस दिखाते हुए यात्री को हाजत में बंद कर दिया। इसके बाद शुरू हुआ अवैध वसूली का खेल। यात्री को धमकी दी गई कि अगर उसने पचास हजार रुपए नहीं दिए तो उसे जेल भेज दिया जाएगा। अपने पास मौजूद बीस हजार कैश देने के बाद यात्री ने अपने पिता को फोन कर अन्य पैसे का भुगतान ऑनलाइन करवाया। पश्चिम बंगाल पहुंचने के बाद पीड़ित ने मामले की शिकायत हेल्पलाइन नंबर पर की। अब जांच के बाद यह खुलासा हुआ है कि पुलिस ने जेल भेजने के नाम पर यात्री से अवैध वसूली की थी।
जिस थाने को चला रहे थे, उसी थाने में केस दर्ज
पश्चिम बंगाल के यात्री सोमनाथ नइया को जबरन हाजत में रखकर अवैध वसूली करने के आरोप में पटना जीआरपी थाना प्रभारी समेत 5 पुलिसकर्मियों पर रेल एसपी ने कार्रवाई की है। आरोपित पुलिसकर्मी के खिलाफ जीआरपी थाने में ही प्राथमिकी दर्ज की गई है। थानेदार पंकज कुमार को तत्काल प्रभाव से पद से हटा दिया गया है। उनकी जगह इंस्पेक्टर राजेश कुमार सिन्हा को जीआरपी की कमान सौंप दी गई है। जबकि दरोगा राकेश कुमार, रामचंद्र राम, ASI संजय कुमार एवं सिपाही कृष्ण कुमार ठाकुर को निलंबित कर दिया गया है। एसपी ने थानेदार को निलंबित करने के लिए डीआईजी को अनुशंसा भेजी है। इस केस में पटना जंक्शन के मेस संचालक रवि को भी नामजद किया गया है।
वसूली का खेल ऐसे हुआ, फिर यात्री ने खोल दी पोल
पश्चिम बंगाल के रहने वाले सोमनाथ नइया एक अगस्त को हावड़ा की ट्रेन पकड़ने के लिए पटना जंक्शन पर इंतजार कर रहे थे। तभी जीआरपी सिपाही कृष्ण कुमार ठाकुर वहां पहुंचा और उसने यात्री से कहा कि वह संदिग्ध अवस्था में यहां खड़ा है। इस बात पर सिपाही और यात्री के बीच बहस हुई। सिपाही ने यात्री को थाने लाकर हाजत में बंद कर दिया। उसने साेमनाथ को जेल भेजने की धमकी देकर 50 हजार रुपयों की मांग की। यात्री के पास 20 हजार नकद थे, जिसे उसने सिपाही को सौंप दिए। इसके बाद वह 30 हजार रुपये और लेने पर आमादा रहा। तब सोमनाथ ने पिता को फोन कर सिपाही के कहे अनुसार, रवि के खाते में ऑनलाइन 19 हजार रुपये मंगवाए थे। पैसे लेने के बाद सोमनाथ को छोड़ा गया। पश्चिम बंगाल पहुंचने पर सोमनाथ ने चार अगस्त को रेलवे हेल्पलाइन के नंबर 139 पर शिकायत की। इसकी जांच वरीय पुलिस उपाधीक्षक (मुख्यालय) प्रभाकर तिवारी को सौंपी गई थी। जांच में सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल में मिले साक्ष्य से अवैध वसूली की पुष्टि हुई। लिहाजा रेल एसपी के निर्देश पर छह अभियुक्तों के विरुद्ध प्राथमिकी की गई है।