Bihar News में खबर Bihar Weather की। आसमान से बरसते आग के गोले ने गर्मी का 128 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ दिया है। आखिर क्यों चल रहीं हैं इतनी गर्म हवाएं? इस खबर में जानिए हर बात।
1896 के बाद दर्ज किया गया ऐसा तापमान
आसमान से गिरते आग के गोलों ने जिंदगी तबाह कर दी है। बिहार समेत देश के अधिकतर हिस्सों में त्राहिमाम मचा है। बुधवार को राज्य में भीषण लू चली। गया सहित दक्षिण बिहार के कई जिलों में उच्चतम तापमान अभूतपूर्व रहा। गया में 128 साल के इतिहास में मई माह में इतनी गर्मी कभी नहीं पड़ी थी। आधिकारिक रिकार्ड के मुताबिक 1896 से लेकर मंगलवार तक इतना तापमान कभी दर्ज नहीं किया गया। बुधवार को दर्ज उच्चतम तापमान 47.4 डिग्री सेल्सियस अब तक का सबसे अधिक है। इससे पहले गया में मई माह वर्ष 1970 में केवल 47.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था। जबकि सबसे अधिक तापमान औरंगाबाद में 48.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।
कर्फ्यू जैसे हैं हालात, 24 जिलों में पारा 44 के करीब
बिहार भीषण गर्मी के आगोश में है। दक्षिण बिहार में लू का कहर है। लू की तपिश के चलते राज्य के अधिकतर जगहों पर कर्फ्यू जैसी स्थिति देखी गयी। मौसम विज्ञान विभाग ने अगले दो दिन तक इसी तरह का तापमान बने रहने का पूर्वानुमान जारी किया गया है। राज्य के 16 जिलों में भीषण लू चली है। इसमें 11 जगहों पर जानलेवा लू दर्ज की गयी है। यानी इस मौसम में सड़क पर निकलना जान जोखिम में डालने जैसा है। बिहार के गया, शेखपुरा, जमुई, बक्सर,भोजपुर, औरंगाबाद, बेगूसराय, नवादा, राजगीर/नालंदा, अरवल ,रोहतास/ विक्रमगंज में जानलेवा लू और रोहतास/ डेहरी , वैशाली, सीतामढ़ी/ पुपरी, सिवान/ जीरादेई और मुंगेर में लू दर्ज की गयी है। 24 जिले ऐसे हैं जहां पारा 40 से 44 डिग्री सेल्सियस के बीच रहा।
इन छह जिलों में हो सकती है बारिश, गर्मी से नहीं मिलेगी राहत
मौसम विभाग ने बिहार के 6 जिला मधुबनी, सुपौल, अररिया ,किशनगंज, पूर्णिया और कटिहार में हल्की वर्षा के साथ मेघ गर्जन की संभावना जताई है। लेकिन इन जिलों में भी गर्मी में कमी होने के आसार नहीं हैं। वर्षा के बाद अत्यधिक गर्मी पड़ सकती है।
गर्म हवाओं के पीछे की ये है वजह, राजस्थान का भी है रोल
बिहार में जबरदस्त लू की वजह भी सामने आई है। इसकी वजह वह कारक हैं, जिनकी वजह से दिन की गर्म हवाएं वायुमंडल में ऊपर नहीं जा पा रहा। जिस कारण हवा ठंडी नहीं हो पा रही है। वायुमंडल में ऊपर नमी युक्त हवाएं हैं। हाइ प्रेशर एरिया बना हुआ है। इसलिए दिन की गर्मी के बाद रात में हवाएं वायुमंडल में नीचे ही ट्रेप हो रही हैं। साथ ही, राजस्थान से आने वाली हवाएं जबरदस्त तपिश लेकर आ रही हैं। दक्षिण बिहार के गया सहित तकरीबन सभी जिलों में अधिकतम छोटी-बड़ी नदियां पूरी तरह सूख चुकी हैं। लिहाजा रेत जल्दी गर्म हो रहा है। ऐसी स्थिति में पश्चिमी की तरफ से आने वाली हवाएं और अधिक गर्म हो जाती हैं।