Shivdeep Lande बिहार में स्त्री-अपराध के खिलाफ अपनी संवेदनशील छवि के लिए पहचाने जाते हैं। बिहार में उनके ढेरों किस्से हैं, लेकिन वह इस बार उन्होंने सोशल मीडिया पर खुद आंख खोलने वाला किस्सा लिखा है।
“मेरे अब तक के पुलिस ड्यूटी के कार्यकाल में मैंने विविध तरह के अपराध, गंभीर जुर्म, मार्मिक दृश्य देखे हैं और साथ ही साथ ऐसे अपराध को अंजाम देने वाले अपराधियों को देखा और निपटा भी है। किसी भी अपराध को अंजाम देने वाले व्यक्ति की मानसिकता देखी है। किसी भी अपराध के प्रति समाज के आक्रोश और प्रतिक्रिया भी देखी है। जब भी किसी व्यक्ति विशेष के साथ कोई अपराध घटित होता है तो सबसे पहले वह व्यक्ति अपने परिवार से उम्मीद रखता है कि उसके अपने उसके साथ खड़े हों और ऐसे किसी भी अपराध के खिलाफ एक जंग को लड़े। न्याय प्रक्रिया में आने वाले किसी भी संस्थान या व्यक्ति की भूमिका इसके बाद आती है।
हाल ही में मेरे समक्ष एक मेरे दिल को झकझोर देने वाला मामला सामने आया। मेरे संज्ञान में एक छोटी लड़की का संवेदनशील मामला आया। इस लड़की के साथ तक़रीबन 5 साल पहले उसके शिक्षा संस्थान में यौन उत्पीड़न हुआ जब वह कक्षा 7 की विद्यार्थी थी। हालंकि ये मामला कभी सामने नहीं आया, परन्तु जब इस लड़की को मनोवैज्ञानिक चिकित्सा की जरूरत पड़ी तो प्रकाश में आया। मैंने जब मामला को खंगाला तो दंग रह गया कि इस घृणित क्रिया में उस संस्थान की एक महिला शिक्षिका की भी भूमिका थी। चूंकि ये मामला 5 वर्ष पुराना था और मेरी पदस्थापना 2 वर्ष पूर्व ही हुई है तो मैंने इस केस से संबंधित सभी बिन्दुओं पर अविलम्ब करवाई के आदेश दिया। साथ ही साथ, मैंने सभी से अपील की कि अगर कोई और ऐसे अपराध की जानकारी रखते हैं तो सीधा मुझसे सम्पर्क करें। इस अपील के तुरंत बाद मुझसे 2-3 लड़कियों ने सम्पर्क किया। इधर, मेरे आदेश से मेरे जिला पुलिस टीम ने इस मामले से सम्बंधित सभी आरोपियों को 48 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू कर दिया है।
मैं ये पोस्ट आज इस केस में पुलिस की सफलता के लिए नहीं कर रहा, बल्कि मैं पिछले दो दिनों से ये सोच रहा कि हमारा समाज किस तरफ जा रहा है। ये छोटी से बच्ची पिछले 5 सालों से निरंतर एक ऐसे अपराध की शिकार हो रही थी, जिसकी जानकारी शायद इसने किसी से साझा करने की हिम्मत न की हो। साथ-साथ परिवार भी एक गहरे दुख का सामना कर रहा था। मेरी आप सभी से पूरे दिल से अपील है कि अगर हमारे घर या आस-पड़ोस में ऐसा कोई अपराध हो तो घर तक मामलों को न रखें। हमें और संवेदनशील होना होगा। आगे आएं और ऐसे भेड़ियों का सामना करें… मैं भी अपने शक्ति से आपके साथ खड़ा रहूँगा।“
आपका अपना
शिवदीप