Bihar News में बात नियोजित शिक्षकों के आंदोलन से जुड़ी हुई। नियोजित शिक्षकों की क्षमता परीक्षा के खिलाफ शुरू हुए संघर्ष के दौरान BPNPSS के प्रदेश अध्यक्ष आनंद कौशल सिंह से डिप्टी सीएम की हुई मुलाकात से कितनी राहत मिलेगी?
नियोजित शिक्षकों को सक्षमता परीक्षा तीन बार में पास नहीं करने पर नौकरी से हटाने के फैसले का विरोध तेज हो गया है। शिक्षक संघ अब एक होकर मैदान में उतर गए हैं। इस बीच बिहार शिक्षक एकता मंच के नेता सह BPNPSS के प्रदेश अध्यक्ष आनंद कौशल सिंह के नेतृत्व में एक शिष्ट मंडल ने उपमुख्यमंत्री श्री विजय कुमार सिन्हा से मुलाकात कर 5 सूत्री मांगों का ज्ञापन है ।
बिना शर्त राज्यकर्मी का दर्जा देने की मांग
मुलाकात के दौरान आनंद कौशल ने बिना शर्त राज्यकर्मी का दर्जा, ऐच्छिक स्थानांतरण, अवकाश तालिका एवं विद्यालय समय सारिणी पूर्ववत करने की मांग रखी। इस शिषमंडल में समस्तीपुर जिला के सामाजिक नेता रंजीत निर्गुणी, BPNPSS के कार्यकारी अध्यक्ष रामचंद्र रॉय, कार्यकारी अध्यक्ष पंकज कुमार सिंह, प्रदेश अध्यक्ष अमित विक्रम, सरायरंजन प्रखंड अध्यक्ष नवीन कुमार, सचिव सुनील कुमार झा, कमलेश कुमार रॉय, ललित पासवान, फिरदौस आलम, सुमन कुमार झा, सरोज कुमार झा, सुधीर कुमार सिंह, वलवंत कुमार सहित कई शिक्षक नेता शामिल थे ।
डिप्टी सीएम ने बीच का रास्ता निकालना का दिया दिलासा, क्या केके पाठक से भिड़ेंगे?
नियोजित शिक्षकों की मांग को से सुनने के बाद उपमुख्यमंत्री ने शिक्षा मंत्री से बात कर बीच का रास्ता सरकार के द्वारा निकाले जाने की बात शिष्टमंडल से कही है। उपमुख्यमंत्री के आश्वासन से नियोजित शिक्षकों में एक आस जरूर जगी है। हालांकि एसीएस केके पाठक के आगे भाजपा के मंत्रियों की कितनी चलेगी ये तो वक्त ही बताएगा।