Bihar Police के हत्थे चढ़े लॉरेंस विश्नोई व विक्रम बरार गैंग के 2 अपराधी, सलमान खान को दी थी हत्या की धमकी

by Republican Desk
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Bihar News में इस वक्त की बड़ी खबर पढ़ लीजिए। सलमान खान को हत्या की धमकी देने वाले कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस विश्नोई और विक्रम बरार गैंग के दो अपराधी कैसे लगे पुलिस के हाथ। क्या थी इनकी प्लानिंग…।

फिल्म अभिनेता सलमान खान को जान मारने की धमकी देने वाले कुख्यात गैंगस्टर लाॅरेंस विश्नोई एवं विक्रमजीत सिंह ऊर्फ विक्रम बरार गैंग के दो अपराधियों को बिहार पुलिस ने दबोच लिया है। इनकी गिरफ्तारी बिहार के मोतिहारी से हुई है। इन अपराधियों के पास से हथियार व कारतूस भी बरामद किए गए हैं।
मोतिहारी एसपी कांतेश कुमार मिश्र ने बताया कि भारत- नेपाल सीमा स्थित रक्सौल थाना क्षेत्र के नोनियाडीह से इन अपराधियों को दबोचा गया है। ये अपराधी किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में थे। गिरफ्तार अपराधियों का नाम शशांक पाण्डेय एवं त्रिभुवन साह है। पुलिस ने इनके पास से 09 एम.एम. की एक पिस्टल, कारतूस, नेपाली एवं भारतीय करेंसी तथा बाइक बरामद की है।

गिरफ्तारी की जानकारी देते एसपी कांतेश कुमार मिश्र

पुलिस अधीक्षक कांतेश कुमार मिश्र ने बताया कि शशांक पाण्डेय लारेंस विश्नोई गैंग व विक्रम बरार गैंग से जुडा है। शशांक पाण्डेय दो बार दुबई जा चुका है। शशांक दुबई में विक्रम बरार के बेहद करीब आ गया। विक्रम बरार के कहने पर वह दोबारा दुबई गया था। विक्रम बरार वही गैंगस्टर है जिसने सुपरस्टार सलमान खान को जान से मारने की धमकी दी थी।

आम आदमी पार्टी के नेता से मांगी थी 50 लाख रंगदारी

एसपी ने बताया कि दुबई से शशांक ने लांरेंस विश्नोई के छोटे भाई अनमोल विश्नोई के नाम पर हरियाणा के अंबाला के आम आदमी पार्टी के नेता और जिला परिषद सदस्य मक्खन सिंह लवाना से रंगदारी की मांग की थी। अंबाला थाना सेक्टर 09 , कांड संख्या- 83/23 में 50 लाख रंगदारी एवं घर पर फायरिंग करने के कांड में शशांक फरार था। मक्खन सिंह लवाना भी अपराध जगत से जुड़ा है। वह जेल भी जा चुका है। इसके अलावा चोमू जयपुर में वर्ष 2021 में ज्वेलरी दुकान से एक करोड़ की डकैती कांड में भी शशांक वांछित था। जयपुर ज्वेलरी की घटना को इसने गैंगस्टर विक्रम बरार के कहने पर अंजाम दिया था।

दुबई से पहुंचा नेपाल, फिर यहां शुरू किया रंगदारी का कारोबार

शशांक के खिलाफ दर्ज चार कांडों में से दो में यह जेल जा चुका है। जबकि दो में यह फरार चल रहा था। एसपी ने बताया कि उतर प्रदेश के गोरखपुर में इस वर्ष जून-जुलाई में इसके पिता के घर पर एनआईए ने रेड किया था। इसके पिता वहां ठेकेदारी करते हैं। शशांक दुबई से नेपाल की राजधानी काठमांडू आया था। फिर वहां से अपने गांव बेतिया पहुंचा। फिर इसे पैसे की कमी होने लगी। तब शशांक ने यहां भी बड़े लोगों से रंगदारी मांगने की प्लानिंग की। रंगदारी वसूलने के लिए ही मोतिहारी के ही रहने वाले त्रिभुवन के साथ वह रक्सौल में एक्टिव था। त्रिभुवन रंगदारी के लिए उसे को-ऑर्डिनेट कर रहा था।

ऐसे पकड़े गए दोनों कुख्यात, बिहार पुलिस की बड़ी कामयाबी

इन दोनों अपराधियों की गिरफ्तारी बिहार पुलिस के लिए बहुत बड़ी सफलता है। मोतिहारी एसपी को इन अपराधियों की मौजदूगी की गुप्त सूचना मिली थी। पुलिस अधीक्षक कांतेश कुमार मिश्र ने सीमावर्ती सभी थानों को अलर्ट करते हुए सहायक पुलिस अधीक्षक राज के नेतृत्व में एक स्पेशल टीम गठित किया। पुलिस ने आसपास के थाना क्षेत्र की नाकेबंदी कर इन्हें गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि हरियाणा पुलिस इन्हें रिमांड पर पूछताछ के लिए ले जायेगी।

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