Bihar News : बिहार के सीनियर IPS Officer कुंदन कृष्णन को लेकर सामान्य प्रशासन विभाग के 31 मई के फैसले पर खबर प्रकाशित किए जाते समय ही रिपब्लिकन न्यूज़ ने लिखा था कि नीतीश कुमार सरकार के अंदर कहीं-न-कहीं गतिरोध जरूर चल रहा है। अब नई खबर देखिए।
Kundan Krishnan IPS : दिल्ली प्रतिनियुक्ति को लेकर आया बड़ा फैसला
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के मातहत काम करने वाले दो विभागों- सामान्य प्रशासन विभाग और गृह विभाग में कुछ-न-कुछ पकता रहता है। इसकी बानगी 31 मई को दिखाई पड़ी थी। उस दिन गृह विभाग के मातहत बिहार पुलिस में सेवा दे रहे भारतीय पुलिस सेवा (IPS Officer) के सीनियर और बेहद चर्चित अधिकारी कुंदन कृष्णन (Kundan Krishnan IPS) को लेकर आश्चर्यजनक रूप से सामान्य प्रशासन विभाग (GAD Bihar) की एक अधिसूचना जारी हुई थी।
उस अधिसूचना के अनुसार IPS कुंदन कृष्णन को अगले आदेश तक दिल्ली स्थित बिहार भवन के स्थानिक आयुक्त के कार्यालय का विशेष कार्य पदाधिकारी का अतिरिक्त प्रभार दे दिया गया था। अब उनकी दिल्ली प्रतिनियुक्त को लेकर बड़ा फैसला आया है, हालांकि सामान्य प्रशासन विभाग की इस अधिसूचना में IPS कुंदन कृष्णन का नाम जगजाहिर नहीं किया गया है।
Bihar Police : पुलिस अधिकारी को लेकर सामान्य प्रशासन नहीं देता है आदेश
सामान्य प्रक्रिया देखें तो बिहार में सेवारत भारतीय प्रशासनिक सेवा या बिहार पुलिस सेवा के अधिकारियों के बारे में सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से अधिसूचना नहीं जारी होती है। सामान्य प्रशासन विभाग भारतीय प्रशासनिक सेवा, बिहार प्रशासनिक सेवा सहित प्रशासन से जुड़े बाकी अधिकारियों और कर्मियों की नियुक्ति, प्रतिनियुक्ति, प्रभार, स्थानांतरण, विमुक्ति आदि का आदेश देता है। इससे पहले आईपीएस विकास वैभव (Vikas Vaibhav IPS) को लेकर सामान्य प्रशासन विभाग का आदेश चर्चा में आया था। पिछले 10 दिनों से आईपीएस कुंदन कृष्णन को लेकर आया आदेश पुलिस मुख्यालय में चर्चा का विषय बना हुआ था।
Bihar News : आईपीएस कुंदन कृष्णन का नाम लिए बगैर उन्हें प्रभार से मुक्त किया
1994 बैच के भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी कुंदन कृष्णन अपर पुलिस महानिदेशक (मुख्यालय) के साथ अपर पुलिस महानिदेशक (ऑपरेशन) एसटीएफ भी हैं। वह पटना स्थित पुलिस मुख्यालय में बैठकर एडीजी हेडक्वार्टर की अहम जिम्मेदारी निभा रहे हैं। उन्हें सामान्य प्रशासन विभाग ने दिल्ली स्थित बिहार भवन के स्थानिक आयुक्त के कार्यालय का विशेष कार्य पदाधिकारी का अतिरिक्त प्रभार दे दिया था। अब सामान्य प्रशासन विभाग ने 9 जून को एक अधिसूचना जारी की, जिसमें कुंदन कृष्णन का नाम नहीं है लेकिन यह उन्हीं से सीधा जुड़ा है।
इस अधिसूचना के तहत दिल्ली स्थित बिहार भवन के स्थानिक आयुक्त के कार्यालय का विशेष कार्य पदाधिकारी का अतिरिक्त प्रभार 2009 बैच के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी मनोज कुमार सिंह को दे दिया गया है। मनोज कुमार सिंह बिहार सरकार के स्वास्थ्य विभाग के सचिव हैं। उन्हें दिल्ली में इस पद का अतिरिक्त प्रभार दिए जाने से कुंदन कृष्णन के पास प्रभार की 31 मई वाली अधिसूचना अपने आप निरस्त हो जाएगी, हालांकि अमूमन इसका जिक्र आदेश में होता रहा है।
Bihar Government : ओएसडी मतलब दिल्ली में आशियाने का जुगाड़ ?
अब ऐसे में सवाल है की नई अधिसूचना में पुरानी अधिसूचना को निरस्त करने की जानकारी क्यों नहीं दी? हमने इस मामले में कुछ सीनियर अधिकारियों से बात की। उसके बाद जो नतीजा सामने आया वह और हैरान करने वाला है। सूत्रों के अनुसार, विशेष कार्य पदाधिकारी यानी ओएसडी के पद पर एक या दो नहींज़ बल्कि आधा दर्जन अधिकारियों को अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। इसके पीछे की वजह भी बेहद दिलचस्प है। जानकार कहते हैं की ओएसडी का पद मिलने के बाद कुछ मिले या न मिले, दिल्ली में एक सुनहरा आशियाना जरूर मिल जाता है।
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