Bihar News में चर्चा उस खबर की जो हर किसी के लिए एक सबक है। ऑनलाइन गेम के जरिए पांच हिन्दू लड़कियों को पहले फंसाया गया। फिर उन्हें महाराष्ट्र ले जाया गया। यहां से उन्हें विदेश भेजने की तैयारी थी।
ये खबर नहीं, एक सबक है। ऐसा सबक जिसे हर किसी को सीखने की जरूरत है। ऑनलाइन गेम के जरिए पांच लड़कियों को फंसाया गया। बिहार के समस्तीपुर की रहने वाली एक ही परिवार की पांच लड़कियों को एक-एक कर बहकाया गया। जब लडकियां शिकारियों के बहकावे में आ गई तो उन्हें महाराष्ट्र ले जाया गया। 5 लड़कियों के लापता होते ही पुलिस के होश उड़ गए। लेकिन जब तफ्तीश हुई तो पुलिस के पैरों तले जमीन खिसक गई।
समस्तीपुर से पुणे पहुंच गईं लड़कियां
2 फरवरी को समस्तीपुर के विभितिपुर थाने के एक गांव से स्कूल जाने के दौरान चार लड़कियां अचानक गायब हो गई। परिवार वालों की शिकायत पर इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर मामले का अनुसंधान शुरू किया गया। तकनीकी व वैज्ञानिक अनुसंधान के आधार पर लड़कियों को महाराष्ट्र के पुणे से बरामद किया गया। साथ ही चार लड़कों को भी पड़का गया।
फ्री फायर गेम के जरिए बिछाया जाल
सभी लड़कियों को फसाने के लिए फ्री फायर गेम का इस्तेमाल किया गया। रोसड़ा डीएसपी शिवम कुमार के मुताबिक, गिरफ्तार लड़कों ने पूछताछ में बताया कि सभी लोग आपस में कुछ महीने से फ्री फायर गेम खेलते थे। इसी क्रम में इनकी बातचीत लड़कियों से होने लगी। बातचीत धीरे-धीरे दोस्ती मे बदल गई। फ्री फायर गेम खेलने के दौरान एक अपराधकर्मी की दोस्ती विभूतिपुर थाना की रहने वाली एक लड़की से हो गयी। फिर दोनों की बातचीत बढने लगी। उक्त अपराधकर्मी ने अपने अन्य तीन दोस्तों की बात विभूतिपुर की ही रहने वाली उक्त लड़की की दो बहन एवं एक चचेरी बहन से कराई। फिर अपराधियों ने लड़कियों को फंसा लिया। जिसके बाद विभूतिपुर की चारों लड़कियां लापता हो गई।
खास समुदाय के 4 अपराधी गिरफ्तार
फ्री फायर गेम के जरिए फसाई गई पांच लड़कियों को समस्तीपुर पुलिस की स्पेशल टीम ने पुणे से बरामद किया है। इस दौरान पुलिस की टीम ने चार लड़कों को भी गिरफ्तार किया है। सभी अलग-अलग जगहों के रहने वाले हैं। गिरफ्तार लड़कों में देवघर के मारगोमुंडा के अताउल अंसारी का पुत्र मो. साहुद, अररिया के जोकीहाट निवासी शमशाद आलम का पुत्र दिलशाद, इसी गांव के मो. मंसूर आलम का पुत्र मो. जैयद और उत्तर प्रदेश के शहादतपुर निवासी मो. फारद अहमद का पुत्र मो. फैसल शामिल है। सभी को जेल भेज दिया गया है।
एनटीपीसी के इंजीनियर की बेटियों को फसाया
दो सगी बहन बड़े घर से हैं। उनके पिता एनटीपीसी में इंजीनियर के पद पर कार्यरत हैं। पिता की पहुंच के कारण ही लड़कियों की बरामदगी संभव हो पाई। शुरूआती अनुसंधान के क्रम में यह बात सामने आई कि सभी लड़कियां पंजाब के राजपुरा में है। पुलिस ने यहां छापेमारी की तो कांड के अभियुक्त मो. फैसल को गिरफ्तार किया गया। तफ्तीश में यह भी सामने आया कि रायपुरा से भी एक लड़की इन लड़कियों के साथ गायब हुई हैं। गिरफ्तार युवक की निशानदेही पर 5 लड़कियों के पुणे जाने की बात का खुलासा हुआ। पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 5 लड़कियों को पुणे से बरामद कर लिया।
लड़कियों को विदेश भेजने की थी तैयारी
पुलिस सूत्रों ने बताया कि इन लड़कियों को अपराधी विदेश भेजने की तैयारी कर रहे थे। लेकिन उससे पहले ही पुलिस ने सभी को बरामद कर लिया। लड़कियों को किस मकसद से विदेश भेजने की तैयारी थी, इसकी तफ्तीश की जा रही है। संभव है कि लड़कियों को विदेश में बेचने की साजिश रची गई हो। हालांकि इस मसले पर परिवार के लोग कुछ भी बोलने से परहेज कर रहे हैं। बरामद सभी लड़कियां नाबालिग हैं।