Bihar News में चर्चा JDU के कार्यकारी अध्यक्ष बनाए गए संजय झा की हो रही है। पहली बार जेडीयू ने किसी नेता को कार्यकारी अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी है। लेकिन क्यों…।
जेडीयू राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक
दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब में शनिवार को जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हुई। जेडीयू कार्यकारिणी की बैठक में राज्यसभा सांसद संजय झा को जदयू का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया है। बैठक में संजय झा को जेडीयू का कार्यकारी अध्यक्ष बनाने पर सहमति बनी। खुद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने संजय झा के नाम का प्रस्ताव लाया, जिस पर जेडीयू के नेताओं ने सहमति दी। इसे साथ ही, जेडीयू राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में संगठन संबंधी कई प्रस्ताव लाए गए। बिहार को विशेष राज्य का दर्जा या विशेष पैकेज दिलाने पर भी चर्चा हुई।
BJP से JDU में आए Sanjay Jha बने Nitish Kumar के खास
संजय झा ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरूआत भाजपा से की थी। 2012 में वह जदयू से जुड़े। संजय झा को भाजपा नेता अरूण जेटली का करीबी माना जाता है। कहा जाता है कि अरुण जेटली के कहने पर ही उन्होंने जेडीयू ज्वाइन की थी। धीरे-धीरे वह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के काफी करीबी बन गए। मूल रूप से मधुबनी जिले के झंझारपुर प्रखंड के अररिया संग्राम गांव के रहने संजय झा जेएनयू विवि दिल्ली से इतिहास में स्नातकोत्तर डिग्री धारी हैं।
NDA में JDU की वापसी में निभाया अहम रोल
कहा जाता है कि लोकसभा चुनाव से ठीक पहले जेडीयू की एनडीए में वापसी के दौरान संजय झा ने अहम रोल अदा किया। उनके कहने पर ही नीतीश कुमार बीजेपी के साथ आने की खातिर तैयार हुए। लोकसभा चुनाव में एनडीए के साथ आने के कारण बीजेपी और जेडीयू दोनों को फायदा हुआ। लिहाजा संजय झा पर नीतीश का भरोसा और बढ़ गया। चर्चा थी कि संजय झा को केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल किया जाएगा। हालांकि ऐसा नहीं हुआ। जानकारों का कहना है कि संजय झा को कार्यकारी अध्यक्ष बनाकर नीतीश कुमार संगठन को और मजबूती देने के साथ ही बीजेपी के साथ केंद्र में तालमेल बेहतर रखने की सोच रखते हैं।