Nitish Kumar की सरकार ने जाति गिनवाकर यह विकल्प खोल दिया है कि अब हर कोई बात की शुरुआत इसी से करे। आज हम सरकार की जाति जान लें।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को हैं तो इलेक्ट्रिकल इंजीनियर, लेकिन जाने जाते हैं सोशल इंजीनियरिंग के कारण। सोशल इंजीनियर के तहत ही वह मंत्रिमंडल भी रखते हैं और पार्टी भी चलाते हैं। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष फॉरवर्ड तो प्रदेश अध्यक्ष बैकवर्ड। राष्ट्रीय अध्यक्ष कुर्मी तो प्रदेश अध्यक्ष कोइरी। लव-कुश समीकरण नीतीश की ही देन है। ऐसे में अब वह बिहार में जातीय जनगणना (Caste Census) का ड्रीम प्रोजेक्ट पूरा करवाकर चर्चा में हैं। सरकार ने हर जाति की आबादी बताते हुए अपनी मंशा जाहिर कर दी है। साथ ही यह बहस भी छेड़ दी है कि अब नाम और काम से ज्यादा जाति की पहचान है। ऐसे में ‘रिपब्लिकन न्यूज़’ ने नीतीश सरकार की जाति देखनी शुरू की। सरकार की जाति देखने में एक बात सामने आयी कि अगर आबादी के हिसाब से हिस्सेदारी देने की राष्ट्रीय जनता दल (RJD Partry) अध्यक्ष लालू प्रसाद की बात मानेंगे तो नीतीश कुमार का अपना सोशल इंजीनियरिंग खत्म हो जाएगा। वह फॉर्मूला सरकार को बदल देगा। फिलहाल, वर्तमान सरकार की जाति जान लें।
नीतीश की जाति को समेकित करें तो तीन मंत्री
बार-बार आरोप सामने आ रहा है कि सरकार ने जातीय जनगणना कराने में कुछ जातियों की उप जातियों को बांट दिया है और कुछ की सारी उपजातियों को एकजुट कर उसकी ताकत बढ़ा दी है। कोई सरकार पर जो आरोप लगाए, लेकिन यहां तो बांटने वालों ने धानुक को भी कुर्मी से अलग रख दिया है। धानुक अबतक खुद को कुर्मी ही कहते रहे हैं, लेकिन नीतीश सरकार की जातीय जनगणना में यह अलग जाति हैं। उप जातियों में बांटकर रखा जाता तो नीतीश कुमार की जाति भी आंकड़ों में काफी पीछे रह गई होती। खैर, फिलहाल हम इसे एक ही मानेंगे, क्योंकि जनता एक मानती है। इस हिसाब से नीतीश सरकार में मुख्यमंत्री समेत तीन कुर्मी हैं। खांटी कुर्मी में नीतीश कुमार और मंत्री श्रवण कुमार का नाम है। धानुक में शीला कुमारी मंडल का। धानुक समेत कुर्मी की आबादी 5 प्रतिशत है। सिर्फ कुर्मी की आबादी 2.87 प्रतिशत है।
उप मुख्यमंत्री तेजस्वी की जाति के आठ मंत्री हैं
जातीय जनगणना के अनुसार बिहार में 14.26 प्रतिशत यादव हैं। नीतीश कुमार मंत्रिमंडल में राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के छोटे और बड़े बेटे उलटे क्रम में कद्दावर मंत्री हैं। छोटे बेटे तेजस्वी यादव उप मुख्यमंत्री हैं, जबकि बड़े बेटे तेज प्रताप यादव बाकी मंत्रियों की तरह मंत्री हैं। लालू परिवार के इन दो बेटों के अलावा यादव जाति के और छह मंत्री हैं। इनमें सबसे बुजुर्ग और अनुभवी बिजेंद्र प्रसाद यादव भी हैं। शेष विवादित बयानों से सुर्खियों में रहने वाले सुरेंद्र प्रसाद यादव व डॉ. चंद्रशेखर यादव के अलावा डॉ. रामानंद यादव, ललित कुमार यादव और जितेंद्र कुमार राय भी हैं।
कुश, यानी कोईरी जाति के दो मंत्री नीतीश सरकार में
नीतीश कुमार के लव-कुश समीकरण को देखें तो लव में सीएम समेत तीन मंत्री हैं तो कुश, यानी कोईरी जाति के मंत्रियों की संख्या दो है। यह मंत्री हैं आलोक मेहता और जयंत राज। इस जाति की आबादी 4.21 बताई गई है जातिगत जनगणना के आंकड़ों में।
इन नौ मंत्रियों की जाति भी जान लीजिए आप
नीतीश कुमार के हमेशा करीब दिखने वाले मंत्री डॉ. अशोक चौधरी पासी जाति से हैं। इस जाति के लोगों की आबादी एक प्रतिशत से भी कम (0.98%) है। सरकार में मल्लाह जाति के मंत्री हैं मदन सहनी। मल्लाह की आबादी 2.6 फीसदी है। मुसहर जाति से रत्नेश सदा मंत्री हैं। मुसहर की आबादी भी 3.08 प्रतिशत है। दुसाध जाति से कुमार सर्वजीत मंत्री हैं। इस जाति की आबादी 5.21 प्रतिशत है। अनीता देवी नोनिया जाति से हैं, जिसकी आबादी 1.91 है। नीतीश सरकार में तीन मंत्री- सुनील कुमार, सुरेंद्र राम और मुरारी प्रसाद गौतम चमार हैं। जातीय जनगणना में इस जाति की आबादी 5.25 है। बनिया जाति से समीर कुमार महासेठ मंत्री हैं। इस जाति की आबादी 2.31 प्रतिशत है।
भू-रा-बा-ल की संख्या जानना चाहेंगे तो पढ़ें
नीतीश सरकार में भूमिहार, राजपूत और ब्राह्मण मंत्री हैं, लाला मंत्री नहीं है। मतलब, कायस्थ नहीं है। भूमिहार में अकेले मंत्री हैं विजय कुमार चौधरी, जो नीतीश के बेहद करीब नजर आते हैं। इस जाति की आबादी 2.86 है। दो राजपूत मंत्री लेशी सिंह और सुमित कुमार सिंह हैं। इस जाति की आबादी 3.4 फीसदी है। ब्राह्मण में मंत्री संजय झा हैं। ब्राह्मण की आबादी 3.65 फीसदी है।
बाकी पांच मंत्री मुसलमान हैं, जानिए इनका नाम
जातीय जनगणना में मुसलमानों की आबादी 17.7 प्रतिशत हैं। नीतीश मंत्रिमंडल में मुस्लिम मंत्री मो. जमा खान, डॉ. शमीम अहमद, अफाक आलम, शाहनवाज आलम और मो. इसराइल मंसूरी हैं। इनमें जमा खान बसपा से जीतकर जदयू में आए थे।