Latest News India : यह हमारे-आपके घर से सीधी जुड़ी खबर है। कॉम्बिनेशन वाली 35 दवाओं पर रोक लगा दी गई हैं। न उत्पादन होगा, न बिक्री और न इस्तेमाल। इस सूची में कई ऐसी दवाएं हैं, जो घरों में लोग इस्तेमाल कर रहे हैं। दुकान-दुकान घूमकर पता करने की जगह पढ़ें यह खबर।
Fixed Dose Combination की यह दवाएं बाजार में, अब सरकार का ध्यान गया तो रोक
सरकार की नाक के नीचे क्या नहीं हो रहा है? स्वास्थ्य से खिलवाड़ का यह मामला ठीक वैसा ही है। ड्रग्स एंड कॉस्मेटिक्स एक्ट 1940 के तहत बने न्यू ड्रग्स एंड क्लिनिकल ट्रायल्स रूल्स 2019 को दरकिनार करते हुए दवा कंपनियों को राज्यों में ऐसी दवाएं (fixed dose combination) बनाने का लाइसेंस मिल गया था, जिसकी केंद्रीय मानक के अनुसार अनुमति ही नहीं थी। अब ऐसी दवाओं को लेकर केंद्र सरकार ने सख्ती (Latest News India) की है।
Latest News India : औषधि महानियंत्रक ने 35 दवाओं पर लगाई रोक
कई तरह से केंद्र सरकार के पास सूचनाएं आईं तो दवा कंपनियों पर दबाव बनाया गया, लेकिन जवाब मिला कि यह दवाएं बनाने का उन्हें संबंधित राज्यों कि ड्रग लाइसेंसिंग अथॉरिटी से लाइसेंस मिला हुआ है और उन्होंने किसी नियम को नहीं तोड़ा है। केंद्र सरकार ने न्यू ड्रग्स एंड क्लिनिकल ट्रायल्स रूल्स 2019 के मानकों की समीक्षा की और अंततः अब ऐसी 35 दवाओं के कॉम्बिनेशन (fixed dose combination) पर रोक लगा दी गई है। सेंट्रल ड्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल आर्गेनाइजेशन (CDSCO) ने सभी राज्यों के औषधि नियंत्रकों को निर्देश दिया है कि वह ऐसी दवाओं (FDC Medicine) के निर्माण, उनकी बिक्री और उनके वितरण को रोकें।
FDC Medicine : इन 35 दवाओं के उत्पादन, बिक्री और उपयोग पर रोक लगी, पूरी सूची
फिक्स्ड डोज कांबिनेशन (fixed dose combination) की यह 35 दवाई ऐसी हैं, जिनमें एक निश्चित अनुपात में दो या अधिक फार्मास्यूटिकल साल्ट का संयोजन किया गया है। सीडीएससीओ ने पाया कि कुछ FDC Medicine को सुरक्षा और प्रभावकारिता के मूल्यांकन के बिना ही उत्पादन बिक्री और वितरण के लिए लाइसेंस दे दिया गया है, जिससे लोगों के स्वास्थ्य और सुरक्षा के की गंभीर स्थितियों खतरा पैदा हो सकता है
भारत के औषधि महानियंत्रक डॉ राजीव सिंह रघुवंशी की ओर से जारी यह पत्र सभी राज्यों को मिल गया है। इस पत्र में लिखा गया है कि भारत के औषधि महानियंत्रक कार्यालय से उचित अनुमोदन के बिना ही इन एफडीसी दावों की बिक्री के लिए लाइसेंस दिए जाने से इसका इस्तेमाल करने वाले मरीज के शरीर पर प्रतिकूल प्रभाव की आशंका है। पत्र में 35 और स्वीकृत एफडीसी दावों की सूची दी गई है जिन्हें केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन द्वारा अनुमोदित नहीं किया गया था।