Bihar News : बिहार के पुलिस कर्मियों के बच्चों का भविष्य सुनिश्चित करने के लिए राज्य में बिहार पुलिस विद्यालय खोला जाएगा। इसका मसौदा तैयार कर लिया गया है। प्रस्ताव पर सुझाव मांगे गए हैं।
Bihar Police : पुलिस स्कूल खोलने की तैयारी, झारखंड बंटवारे के बाद हो रही दिक्कत
बिहार के पुलिस कर्मियों के बच्चों का भविष्य सुनिश्चित करने के लिए बिहार पुलिस मुख्यालय ने बड़ा कदम उठाया है। झारखंड बंटवारे के बाद पुलिस कर्मियों के बच्चों के लिए बने श्री कृष्णा आरक्षी बाल विद्यालय हजारीबाग के झारखंड में चले जाने के बाद पहली बार बिहार पुलिस मुख्यालय इस दिशा में बड़ा कदम उठाने जा रही है। बिहार में पुलिस विद्यालय स्थापित करने का मसौदा तैयार कर लिया गया है। इस प्रस्ताव पर राज्य के सभी पुलिस महानिदेशक, अपर पुलिस महानिदेशक, सभी आईजी और डीआईजी से सुझाव मांगा गया है।
DGP Vinay Kumar : पुलिस स्कूल खोलने के लिए प्रस्ताव पर DG, ADG, IG व DIG से मांगा गया सुझाव
पुलिस कर्मियों के बच्चों को बेहतर वातावरण देने के लिए डीजीपी विनय कुमार बेहद गंभीर हैं। कई मंचों से डीजीपी ने कहा है कि आज के बच्चों और युवाओं को सही मार्गदर्शन देने की जरूरत है। इस बीच पुलिस स्कूल के लिए बिहार पुलिस मुख्यालय द्वारा एक पत्र जारी किया गया है। यह पत्र अपर पुलिस महानिदेशक (बजट/अपील/कल्याण) की ओर से सभी DG, ADG, IG और DIG को भेजा गया है। इस पत्र में बिहार के पुलिस कर्मियों के बच्चों के लिए बिहार पुलिस विद्यालय स्थापित करने के प्रस्ताव पर सुझाव मांगा गया है। पत्र में पुलिस मुख्यालय ने कहा है कि श्री कृष्णा आरक्षी बाल विद्यालय हजारीबाग में संचालित है। वर्ष 2000 में बिहार विभाजन के बाद यह झारखंड राज्य में अवस्थित है। इस कारण बिहार पुलिस के पदाधिकारी और कर्मियों के बच्चों को विद्यालय का लाभ नहीं मिल पा रहा है।
बिहार पुलिस में हाल के दिनों में काफी संख्या में महिलाओं की नियुक्तियां हुई हैं। महिलाओं की संख्या एवं उनपर बच्चों का पालन पोषण, गुणवत्तापूर्ण शिक्षा उपलब्ध कराने तथा बच्चों का सर्वांगीण विकास के दायित्व को देखते हुए उन्हें सहज वातावरण उपलब्ध कराने की दृष्टि से बिहार पुलिस विद्यालय की स्थापना किया जाना आवश्यक है। इस कारण बिहार पुलिस मुख्यालय द्वारा बिहार पुलिस विद्यालय स्थापित करने हेतु प्रस्ताव तैयार किया गया है। यह स्कूल सीबीएसई और बिहार बोर्ड से मान्यता मान्यता प्राप्त होगा। इस स्कूल का लाभ बिहार पुलिस से वेतन प्राप्त कर रहे संवर्ग के पदाधिकारियों, कर्मियों, शहीद, सेवा निवृत और मृत पुलिस कर्मियों के बच्चों को मिलेगा। बिहार पुलिस विद्यालय स्थापित करने के लिए प्रस्ताव की प्रति सभी डीजी, एडीजी आईजी और डीआईजी को भेज कर इस प्रस्ताव पर 7 दिनों के अंदर सुझाव मांगा गया है।
Bihar Police School : पुलिस कर्मियों के बच्चों के साथ बाहरी छात्रों को भी मौका, फीस और जगह भी तय
प्रस्ताव के अनुसार, पुलिस स्कूल में आठ शिक्षक होंगे। इसके अलावा विज्ञान, गणित, म्यूजिक, फिजिकल और कंप्यूटर के लिए एक-एक शिक्षक नियुक्त किए जाएंगे। विद्यालय में प्रवेश के लिए पुलिस कर्मियों के बच्चों को विशेष प्राथमिकता दी जाएगी। प्रवेश चयन परीक्षा के आधार पर होगा। आवेदन की प्रक्रिया ऑनलाइन एवं ऑफलाइन दोनों होगी प्रत्येक कक्षा में निर्धारित सीटों में से 50 फीसदी सीट बिहार पुलिस के कर्मियों के लिए आरक्षित रहेंगी। शेष 50 प्रतिशत सीटों पर बाहरी व्यक्तियों के बच्चों का नामांकन लिया जाएगा। इस स्कूल में कक्षा एक से आठवीं तक की पढ़ाई होगी। भविष्य में इसे दशमी और 12वीं तक के लिए प्रस्तावित किया गया है। पुलिस स्कूल के लिए अनुभवी और दक्ष शिक्षकों को बहाल किया जाएगा। स्कूल में नामांकन और ट्यूशन फीस भी तय कर दी गई है। एडमिशन शुल्क 5000 होगा कक्षा 1 से 5 तक के लिए ट्यूशन फीस 2500 होगा। जबकि कक्षा 6 से 8 तक के लिए ट्यूशन फीस 3000 होगा। बिहार पुलिस विद्यालय के लिए प्रस्ताव में दो स्थानों का चयन किया गया है। इनमें पटना के बिहटा- सरमेरा के समीप 60 एकड़ जमीन चिन्हित की गई है। जबकि सारण/छपरा के नयागांव के समीप 60 एकड़ जमीन चिन्हित की गई है।