Fake IPS News में Jamui के Fake IPS Mithilesh Manjhi पर Police के नए खुलासे से जुड़ी हुई खबर।
Jamui Fake IPS Mithilesh Manjhi की हुई थी गिरफ्तारी
जमुई की सिकंदरा थाने की पुलिस ने एक फर्जी आईपीएस को पकड़ा था। पकड़े गए युवक ने अपना नाम मिथिलेश मांझी (18 वर्ष) बताया था। उसने पुलिस को कहानी सुनाई थी कि उसके साथ ठगी और धोखा हुआ। उसने मनोज सिंह नाम के एक व्यक्ति को दो लाख रुपये देने की बात कही थी। मनोज पर ही उसने आईपीएस की वर्दी और पिस्टल देने के भी आरोप लगाए थे। अब पुलिस की जांच में बड़ा खुलासा हुआ। इस खुलासे से खुद पुलिस के भी होंश उड़ गए हैं।
पीड़ित नहीं, शातिर खिलाड़ी निकला मिथिलेश
जमुई पुलिस ने 20 सितंबर को मिथिलेश मांझी को पकड़ा था। गिरफ्तारी के समय वह खैरा थाना क्षेत्र से हलसी जा रहा था। पकड़े जाने के बाद मिथिलेश ने पुलिस को बताया था कि मनोज सिंह नाम के एक व्यक्ति को उसने दो लाख रुपये दिए थे। मनोज सिंह ने ही वर्दी दी थी। नकली पिस्टल भी दी थी। गिरफ्तार मिथिलेश मांझी की कहानी सुनकर हर कोई उसे पीड़ित समझ रहा था। अब जांच में उसकी सारी कहानी झूठी निकली है। जांच में जो खुलासे हुए हैं उसके अनुसार, मिथिलेश शातिर खिलाड़ी है।
जांच में मिले 4 मनोज सिंह, लेकिन ठग नहीं मिला
मिथिलेश मांझी अब पुलिस की रडार पर है। क्योंकि जमुई एसडीपीओ सतीश सुमन ने बताया है कि अनुसंधानकर्ता और थानाध्यक्ष के साथ उस एरिया में जांच की गई तो कुल चार मनोज सिंह नाम के व्यक्ति मिले। मिथिलेश मांझी की सभी से पहचान कराई गई। लेकिन उनमें से किसी की पहचान मिथिलेश ने ठग मनोज के रूप में नहीं की। यानी कोई ऐसा मनोज सिंह नहीं मिला जिसे उसने पैसे दिए थे।
मोबाइल लोकेशन ने पकड़ा झूठ, मामा की कहानी में भी झोल
जांच में एक और बड़ा खुलासा है। तकनीकी जांच में मिथिलेश मांझी की झूठी कहानी पकड़ी गई है। जिस दिन मिथिलेश की ओर से कथित तौर पर मनोज को पैसे देने की बात कही गई थी, उस दिन उसका लोकेशन खैरा नहीं, बल्कि लखीसराय मिला है। इसके साथ ही मिथिलेश ने पुलिस को यह भी बताया था कि उसने अपने मामा से दो लाख रुपये लिए थे। पुलिस की पूछताछ में उसके मामा ने एक मुस्त दो लाख रुपये देने की बात से इनकार किया है। ऐसे में मिथिलेश मांझी की कहानी में पुलिस को काफी झोल नजर आ रहा है। संभव है कि अब मिथिलेश मांझी के खिलाफ पुलिस बड़ा एक्शन ले सकती है।