Operation Keller India : हम-आप अपने काम में जुटे हैं और दूसरी तरफ भारतीय सेना के जवान सिंदूर ऑपरेशन को जारी रखे हुए हैं। मंगलवार को भी यह जारी रहा, जिसे लोग ‘ऑपरेशन केलर’ बोल रहे हैं।
India Pakistan : शोपियां में लश्कर-ए-तैयबा के तीन आतंकवादियों का खात्मा
भारत ने आसमान से जमीन तक आतंकवादियों को सबक सिखाने का सिलसिला जारी (India News) रखा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने साफ तौर पर कह रखा है कि ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) जारी रहेगा। रुकेगा नहीं, क्योंकि यह भारत के लिए यही न्यू नॉर्मल (New Normal) है। मतलब, यह भारत (India Pakistan) के लिए अब सामान्य बात रहेगी- आतंकियों के खात्मे का ऑपरेशन। न कोई रोक और न कोई सीमा।
इसी क्रम में अब मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के शोपियां में सुरक्षाबलों ने तीन आतंकियों (Operation Keller India) को मार गिराया है। शोपियां जिले में तलाशी अभियान के दौरान सुरक्षाबलों ने लश्कर-ए-तैयबा के दहशतगर्दों को घेरकर मारा। यह मुठभेड़ दक्षिण कश्मीर के शोपियां के शुकरू केलर (Keller india) इलाके में हुई, इसलिए लोग इसे ऑपरेशन केलर (what is operation keller) भी कह रहे हैं।
Operation Keller India : बिहार निवासी युवक का हत्यारा आतंकी मारा गया
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने 25 भारतीय और एक नेपाली नागरिक को गोलियों से भून दिया था। पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में आतंकियों के नौ ठिकानों को तबाह करने वाले ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत के अंदर यह पहली बड़ी कार्रवाई है। दरअसल, पहलगाम आतंकवादी हमले में शामिल पाकिस्तानी आतंकियों की खोजबीन के लिए जम्मू-कश्मीर में जगह-जगह पोस्टर लगाए जा रहे हैं।
शोपियां जिले के कई इलाकों में पोस्टर लगाए जा चुके थे। इनमें यह भी एलान किया गया था कि सुरक्षा बलों को आतंकियों की सूचना देने वालों को 20 लाख रुपए का इनाम दिए जाएंगे। पहलगाम के आतंकियों की खोजबीन जारी ही थी कि लश्कर-ए-तैयबा के एक आतंकी समूह का सुरक्षा बलों से केल्लर में पाला पड़ गया। मुठभेड़ में मारे गए आतंकी पहलगाम हमले में चिह्नित आतंकवादी नहीं हैं। तीन में से दो की कुछ ही घंटे में पहचान हो गई है, जबकि तीसरे की पहचान में इंटेलिजेंस को भी लगाया गया है।
एक आतंकी शोपियां जिले का शाहिद कुट्टे, जो 8 मार्च 2023 को लश्कर-ए-तैयबा में शामिल हुआ था। कुट्टे ने 8 अप्रैल 2024 को डैनिश रिसॉर्ट पर फायरिंग कर दो जर्मन पर्यटकों और एक ड्राइवर को घायल किया था। वह 18 मई 2024 को भारतीय जनता पार्टी के एक नेता की हत्या और 3 फरवरी 2025 को टेरीटोरियल आर्मी के एक जवान की हत्या में भी शामिल बताया जाता है। दूसरा आतंकी भी शोपियां का ही रहने वाला था। उसकी पहचान लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी अदनान शफी डार के रूप में हुई है। उसने 18 अक्टूबर 2024 को वाची इलाके में बिहार के रहने वाले अशौक चौहान की हत्या कर दी थी।