Bihar Election 2025 : बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी अबतक राजनीतिक दल कर रहे थे, कल से भारत निर्वाचन आयोग की तैयारी भी जमीन पर दिखेगी। इसके पहले आयोग ने बिहार चुनाव से लागू होने वाली तीन तैयारियों की जानकारी सार्वजनिक की है।
Bihar News : मतदाता सूची और मतदान को आसान बनाने के लिए तीन नई पहल
बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी भारत निर्वाचन आयोग (Election Commission of India) ने शुरू कर दी है। अक्टूबर महीने से लेकर नवंबर की शुरुआत तक बिहार चुनाव (Bihar Election 2025) कराने के हिसाब से जमीनी तैयारी राज्य में शुक्रवार 2 मई 2025 से शुरू हो रही है। इसके पहले श्रम दिवस (Labour Day) के दिन आगामी चुनावों के लिए तीन नई पहल का एलान किया। यह तीन पहल निर्वाचन आयोग बिहार चुनाव से ही लागू करेगा। मतदाता सूची और मतदान को आसान बनाने के लिए तीन तरह के काम किए जा रहे हैं।
Bihar Election 2025 : 13 जिलों में 2 मई से EVM की शुरुआती जांच होने लगेगी
बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारी के लिए भारत निर्वाचन आयोग की टीम बिहार आ गई है। उप निर्वाचन आयुक्त मनीष गर्ग की अध्यक्षता में राज्यस्तरीय कार्यालय बुधवार को ही कर लिया गया। इस कार्यशाला में बिहार के सभी जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिला पदाधिकारी को इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) और वोटर वेरिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपैट) की प्रथम जांच का प्रशिक्षण दिया गया।
अब सभी जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह-जिला पदाधिकारी 2 मई से अपने जिलों में जमीनी तैयारी शुरू कराएंगे। पहले चरण में 2 मई से राज्य के 13 जिलों- पटना, गया, दरभंगा, सहरसा, नालंदा, बांका, बेगूसराय, किशनगंज, पूर्णिया, सारण, सीवान, पूर्वी चंपारण और सीतामढ़ी में ईवीएम और वीवीपैट की प्राथमिक स्तर की जांच शुरू होगी।
Election Commission of India ने वोटरों की सहूलियत के लिए क्या तैयारियां कीं?
भारत निर्वाचन आयोग ने मतदाता सूची की खामियों को ठीक कर डाटा को सटीक बनाने और मतदान प्रक्रिया को अधिक सुविधाजनक बनाने के उद्देश्य से तीन नई पहल की है। मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कार्यभार संभालने के बाद चुनाव आयुक्तों डॉ. सुखबीर सिंह संधू एवं डॉ. विवेक जोशी की उपस्थिति में मुख्य निर्वाचन अधिकारियों (सीईओ) के सम्मेलन में जिन तैयारियों की बात की थी, वह अब जमीन पर आ रही है।
Voter List को अपडेट करने के लिए मृतकों का डाटा निकाल लेगा आयोग
निर्वाचन आयोग को मतदाता सूची में सबसे ज्यादा परेशानी इस बात की रहती है कि उसे मर चुके वोटरों का अपडेट नहीं मिलता है। अबतक वोटर के परिवार वाले मतदाता सूची पुनरीक्षण के दौरान जो जानकारी देते थे, उसी पर सबकुछ निर्भर रहता था। अब भारत के महापंजीयक से मृत्यु पंजीकरण डाटा इलेक्ट्रॉनिक रूप से प्राप्त करेगा। बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) बिना फील्ड विजिट के ही इसे सत्यापित कर सकेंगे।
Voter Information Slip का नया रूप मतदाताओं को देगा पूरी जानकारी
मतदाता सूचना पर्ची (वीआईएस) को और अधिक सहज बनाने के लिए आयोग इसके डिजाइन को संशोधित कर रहा है। मतदाता की क्रम संख्या और भाग संख्या अब अधिक प्रमुखता से प्रदर्शित की जाएगी, ताकि वोटर के लिए मतदान केंद्र की पहचान करना आसान होगा। मतदान अधिकारियों के लिए मतदाता सूची में उनके नाम को खोजना आसान होगा, क्योंकि यह तुरंत और स्पष्ट दिखेगा।
BLO ID Card लगाकर आएं, ताकि उनकी पहचान को लेकर कोई ऊहापोह न रहे
बिहार चुनाव से एक और नई शुरुआत निर्वाचन आयोय कर रहा है। अब सभी बूथ लेवल ऑफिसर (बीएलओ) को मानक फोटो पहचान पत्र जारी किए जाएंगे, ताकि मतदाता सत्यापन और पंजीकरण अभियान के दौरान आम आदमी बीएलओ को आसानी से पहचान सके और उनके साथ विश्वासपूर्वक जानकारी साझा कर सके। बगैर स्पष्ट पहचान पत्र के बीएलओ को पहचानने में अबतक परेशानी रही है, खासकर शहरी इलाकों में जहां कोई पड़ोसी को भी नहीं पहचानता है और हर ऐसी जानकारी लेने वालों पर लोग अविश्वास करते हैं।