Bihar News में Job के नाम पर एक ऐसे घिनौने खेल का खुलासा हुआ है जिसे सुनकर आपके पैरों तले जमीन खिसक जाएगी। सोशल मीडिया पर जॉब ऑफर के जाल में फंसी महिलाओं को बंधक बनाकर उनसे किया जा रहा था बलात्कार।
Social Media पर नौकरी का घिनौना खेल
सोशल मीडिया पर नौकरी की तलाश के दौरान नजर एक ऐसे विज्ञापन पर गई जिसने गरीबी मिटाने के ख्वाब दिखाए। सपने को साकार करने के लिए महिलाएं उस विज्ञापन के झांसे में आ गईं। महिलाओं को नौकरी के नाम पर बंधक बनाया गया। उनके साथ मारपीट की गई। फिर महिलाओं का बलात्कार हुआ। इतना ही नहीं, एक महिला ने गर्भवती होने के बाद उसके अबॉर्शन तक का खुलासा किया है। इस खुलासे के बाद बिहार पुलिस हैरान है।
फेसबुक पर जॉब ऑफर, फंस गईं कई महिलाएं
यह सनसनीखेज मामला मुजफ्फरपुर से सामने आया है। इस मामले में अहियापुर थाने में एक प्राथमिकी दर्ज की गई है। छपरा की एक पीड़िता ने एफआईआर में जो खुलासा किए हैं उसने हर किसी के होंश उड़ा दिए हैं। पीड़िता ने बताया कि फेसबुक पर महिलाओं के लिए जॉब ऑफर का एक पोस्ट किया गया था। इस पोस्ट के द्वारा वह डीवीआर नामक संस्था से जुड़ी। प्रशिक्षण के नाम पर उससे 20 हजार रुपए की मांग की गई। 20 हजार जमा करने के बाद काफी महिलाओं को अहियापुर थाना क्षेत्र में ही रखा गया। 3 महीने गुजर जाने के बाद भी जब सैलरी नहीं मिली तो उसने संस्था के अधिकारी तिलक सिंह से इसकी शिकायत की। तब तिलक सिंह ने उससे कहा कि 50 और लड़कियों को संस्था में जोड़ने पर तुम्हें 50 हजार सैलरी दी जाएगी। इसी बीच अहियापुर स्थित संस्था के दफ्तर और हॉस्टल में पुलिस की छापेमारी हुई। यहां से पुलिस ने कई महिलाओं को छुड़ाया। लेकिन छापेमारी की भनक मिलते ही संस्था का अधिकारी तिलक सिंह पीड़िता समेत अन्य महिलाओं को लेकर हाजीपुर शिफ्ट हो गया।
जबरन बनाया शारीरिक संबंध, गर्भवती हुई तो कराया अबॉर्शन
पीड़िता ने आरोप लगाया है कि तिलक सिंह ने हाजीपुर में जबरन उसके साथ विवाह रचा लिया। मुजफ्फरपुर में रहने के दौरान भी तिलक सिंह ने उसके साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाए। इस दौरान वह गर्भवती हो गई। फिर उसका अबॉर्शन कर दिया गया। हाजीपुर में बंधक बनाए जाने के दौरान जब पीड़िता ने घर जाने की बात कही तो उसके साथ मारपीट किया जाने लगा। पीड़िता का कहना है कि जब उसे यह एहसास हुआ कि नौकरी के नाम पर यहां महिलाओं का यौन शोषण किया जा रहा है, तब उसने पुलिस के पास जाने का फैसला किया।
आरोपियों की तलाश में छापेमारी, उठ रहे हैं कई सवाल
एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस हरकत में आ गई है। अहियापुर थाना अध्यक्ष रोहन कुमार ने बताया कि आरोपियों की तलाश में छापेमारी की जा रही है। पीड़िता के बयान के आधार पर तफ्तीश चल रही है। किसी भी हाल में आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा। वहीं दूसरी तरफ इस मामले को लेकर कई तरह की चर्चाएं हैं। सवाल यह भी उठ रहे हैं कि आखिर इतने दिनों तक महिला खामोश क्यों रही? आखिर महिला आरोपियों के चंगुल से छूटकर कैसे निकली? अगर कई महिलाओं का शोषण किया गया है तो अन्य महिलाएं कहां हैं?