Bihar News : मरीजों की जान से खिलवाड़ करने वाले निजी अस्पतालों पर शिकंजा कसा जा रहा है। अवैध तरीके से संचालित अस्पतालों को सील करने की मुहिम शुरू की गई है।
Begusarai News : बेगूसराय में प्राइवेट हॉस्पिटल्स में मरीजों की जान से खिलवाड़, कार्रवाई
कहने के लिए मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल हैं, लेकिन मरीज जमीन पर पड़े हैं। आईसीयू की हालत तो ऐसी है की अंडर कंस्ट्रक्शन बिल्डिंग में ही मरीजों का आपात इलाज किया जा रहा है। प्राइवेट अस्पतालों का यह हाल देख प्रशासनिक अधिकारी भी हैरत में पड़ गए। बेगूसराय में जिला प्रशासन ने अवैध तरीके से संचालित अस्पतालों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। इस कड़ी में छापेमारी के दौरान दो अस्पतालों के कई कारनामे पकड़े गए हैं। प्रशासनिक अधिकारियों ने दो अस्पतालों को सील कर दिया है।
Begusarai Bihar : सिटी मल्टी हॉस्पिटल एवं आरोग्य हॉस्पिटल पर गिरी गाज
बेगूसराय में जिला प्रशासन की टीम ने छापेमारी कर दो अवैध तरीके से चल रहे मल्टी स्पेशलिटी अस्पताल को सील कर दिया है। जिला प्रशासन ने बगैर रजिस्ट्रेशन और बिना समुचित व्यवस्था के फर्जी तरीके से चल रहे अस्पताल पर कार्रवाई की है। शहर के सुभाष चौक के समीप चल रहे सिटी मल्टी हॉस्पिटल एवं महमदपुर में चल रहे आरोग्य हॉस्पिटल में बड़ी गड़बड़ी पाए जाने पर कार्रवाई हुई है। सदर एसडीओ राजीव कुमार ने अस्पताल में जांच की थी। जांच के दौरान कई प्रकार की गड़बड़ी पाई गई है। इसके बाद कार्रवाई करते हुए दोनों अस्पतालों को सील करने का आदेश जारी किया है।
Health Department Bihar : आगे भी जारी रहेगी FIR एवं सील करने की कार्रवाई
SDO ने बताया कि सिटी मल्टी हॉस्पिटल में जांच के दौरान जमीन पर मरीज सोया हुआ पाया गया। निरीक्षण में देखा गया कि अंडर कंस्ट्रक्शन भवन में आईसीयू संचालन किया जा रहा था। मरीजों के रिपोर्ट में रिपोर्ट पर सक्षम चिकित्सक का हस्ताक्षर नहीं था। अल्ट्रासाउंड एक साधारण टेक्नीशियन द्वारा किया जा रहा था। अस्पताल में पार्किंग की व्यवस्था भी नहीं मिली। एसडीओ राजीव कुमार ने बताया कि सुभाष चौक स्थित सिटी अस्पताल तथा महमदपुर स्थित आरोग्य जीवन का भी अवैध तरीके से संचालन किया जा रहा था। क्लिनिकल एक्ट के तहत पंजीकृत नहीं था।
सिटी हॉस्पिटल और आरोग्य जीवन हॉस्पिटल में आयुष्मान कार्ड एक्सेप्ट किया जा रहा था। जबकि यह लोग पैनल में नहीं हैं। अंडर कंस्ट्रक्शन बिल्डिंग में हॉस्पिटल चलाया जा रहा है। ऐसे में कोई भी हादसा हो सकता था। इसके लिए अस्पताल जिम्मेदार होगा। दोनों जगह अल्ट्रासाउंड रेडियो टेक्नीशियन नहीं करता पाया गया। आगे भी जांच में जो भी अवैध पाए जाएंगे उनपर FIR एवं सील की कार्रवाई जाएगी। अधिक पैसा वसूल जाने की शिकायत मिलेगी तो उस पर भी एक्शन लिया जाएगा।