Sawan 2025 : रावणेश्वर महादेव मंदिर, यानी बाबाधाम देवघर हर साल लाखों लोग जाते हैं। पहले यह बिहार में था। 25 साल से झारखंड में। जानें, इस बार बाबाधाम का रास्ता इस बार कैसा रहेगा? झारखंड सरकार ने बुधवार को इसकी तैयारियों को लेकर बड़ी बैठक की है।
Jharkhand News : बाबाधाम जाने का रास्ता इस बार कुछ अलग दिखेगा
शिव भक्तों का महापर्व श्रावणी मेला (Sawan 2025) 11 जुलाई से शुरू होने जा रहा है] जो 9 अगस्त तक चलेगा। इस वर्ष लगभग 50 लाख से अधिक श्रद्धालुओं के बाबाधाम देवघर और बाबा बासुकीनाथ धाम पहुँचने की संभावना है। श्रद्धालुओं को एक सुखद और सुरक्षित धार्मिक अनुभव मिले, इसके लिए प्रशासन ने व्यापक स्तर पर तैयारियाँ शुरू कर दी हैं। बुधवार को मुख्य सचिव लका तिवारी ने तैयारियों की उच्चस्तरीय समीक्षा की, जिसमें कई ठोस निर्णय लिए गए और अधिकारियों की जवाबदेही तय की गई।
Sawan 2025 : भक्तों की सुविधा और सुरक्षा में इस बार AI Camera Drone भी
मुख्य सचिव का मुख्य फोकस लाखों की संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधाओं और सुरक्षा व्यवस्था पर था। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि भीड़ नियंत्रण की व्यवस्था चाक-चौबंद की जाए, ताकि भगदड़ जैसी कोई स्थिति न बने।
भीड़ नियंत्रण: यह सुनिश्चित किया जाएगा कि श्रद्धालु छोटे-छोटे समूहों में रहें और एक जगह अधिक संख्या में जमा न हों। सुरक्षा में तैनात कर्मी शिफ्ट बदलने पर तभी अपना स्थान छोड़ेंगे जब उनका विकल्प वहाँ पहुँच जाए। भीड़ पर लगातार नज़र रखने के लिए AI-आधारित CCTV कैमरे और ड्रोन फुटेज की निगरानी की जाएगी। कहीं भी अत्यधिक भीड़ दिखने पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी।
सुरक्षित मार्ग: श्रद्धालुओं का मार्ग समतल और बाधा रहित होगा, ताकि ठोकर लगने या गिरने की आशंका न रहे। सीढ़ियों और फिसलन वाली जगहों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। श्रद्धालुओं के आने-जाने के लिए अलग-अलग रास्ते होंगे।
बिजली व्यवस्था: बिजली गुल होने की स्थिति से निपटने के लिए वैकल्पिक व्यवस्थाएँ तैयार रखी जाएंगी। कहीं भी नंगे या झूलते हुए बिजली के तार नहीं होंगे, जिससे करंट लगने का खतरा न हो।
प्रवेश द्वार पर सुरक्षा: इंट्री पॉइंट पर मेटल डिटेक्टर से जाँच के दौरान यह सुनिश्चित किया जाएगा कि वहाँ भीड़ न लगे।
विशेष ध्यान: रविवार और सोमवार को श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए विशेष व्यवस्थाएँ की जाएंगी। मंदिर का कपाट खुलने के समय भीड़ के दबाव को नियंत्रित करने के लिए उपायुक्त और एसपी स्वयं मौके पर मौजूद रहेंगे।
Weather News : बारिश के मौसम को देखते हुए भी कई तरह की तैयारियां
बारिश के मौसम को ध्यान में रखते हुए स्वच्छता पर विशेष जोर दिया जा रहा है। इस बार झारखंड में बारिश ठीक हो रही है। झारखंड की बारिश से नदियों में उफान है और पहाड़ी रास्तों पर खतरा। इसे देखते हुए झारखंड सरकार हर तरफ कड़ी निगरानी रख रही है।
स्वच्छता और पेयजल: शुद्ध पेयजल की उपलब्धता लगातार बनी रहेगी और स्वच्छता के उच्च मानकों का पालन किया जाएगा। श्रद्धालुओं के लिए बनाई गई टेंट सिटी में शौचालय, शुद्ध पेयजल और शयन (सोने) की समुचित व्यवस्था का लगातार रख-रखाव सुनिश्चित किया जाएगा। मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार, डिस्पोजल बेड कवर की व्यवस्था भी समय रहते पूरी कर ली जाएगी।
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए जगह-जगह होर्डिंग के माध्यम से यातायात, चिकित्सा सहायता, विश्राम स्थलों और अन्य आवश्यक जानकारियों का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाएगा। शिकायत और सुझाव के लिए QR कोड की व्यवस्था भी सभी महत्वपूर्ण स्थानों पर उपलब्ध कराई जाएगी।
इसके अलावा, कांवरिया पथ, बाबा नगरी और बासुकीनाथ धाम की सड़कों की मरम्मत, श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था, ट्रैफिक प्रबंधन, अग्निशमन व्यवस्था, एंबुलेंस एवं चिकित्सा सुविधा, और स्ट्रीट लाइटों की उचित व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए गए हैं। मुख्यालय के आला अधिकारी भी मौके पर जाकर तैयारियों का जायजा लेंगे ताकि सभी कमियों को समय रहते दूर किया जा सके। इस बार का श्रावणी मेला शिव भक्तों के लिए एक यादगार और सुगम अनुभव साबित होगा।