Bihar Bhumi : जमीन रजिस्ट्री में किस काम के लिए कितना होता है खर्च? निगरानी के हत्थे चढ़े घूसखोर CO और सहायक

रिपब्लिकन न्यूज़, पटना/मधुबनी

by Rishiraj
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Bihar Bhumi : बिहार सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस के तहत निगरानी अन्वेषण ब्यूरो को खुली छूट दी है। अब देखिए, ऐसी ही छूट के कारण भ्रष्टाचारी दबोचे भी जा रहे हैं और हर काम का रेट भी सामने आ रहा है। आज जमीन रजिस्ट्री का खेल पकड़ा गया।

अगर इस तस्वीर में आत्मविश्वास की झलक के कारण आप गुनहगारों को नहीं पहचान पा रहे तो अगली तस्वीर में स्पष्ट देखें। फोटो- RepublicanNews.in

Bihar News : अंचल अधिकारी से थोड़ी ही कम रकम लेते पकड़ा गया सहायक

जमीन की रजिस्ट्री बिहार में आसान नहीं है। क्योंकि, हर साख पर उल्लू बैठा है। ऐसे उल्लू की निगाह काला धन समेटने पर रहती है। अब आप सोच सकते हैं कि रजिस्ट्री की प्रक्रिया में कहां-कहां पैसा कितना खर्च होता है? सरकार ने जो प्रक्रिया शुल्क रखा है उससे अलग। ताजा उदाहरण देखिए। एक अंचल अधिकारी को महज 17000 रुपए घूस लेते हुए निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की टीम ने रंगे हाथ धर दबोचा। इसी अंचल अधिकारी के कार्यालय में एक प्रधान सहायक भी इस समय ₹13000 रिश्वत लेते हुए पकड़ा गया।

मधुबनी जिले के रहिका के अंचल अधिकारी अभय कुमार और प्रभारी प्रधान सहायक आदित्य कुमार को निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की पटना मुख्यालय टीम ने बुधवार को गिरफ्तार कर लिया।

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Bihar Bhumi : सूचना मिली, जाल बिछाया और पकड़ा गया घूसखोर अधिकारी-कर्मचारी

निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के अनुसार, यह कार्रवाई गौशाला मोहल्ला निवासी राहुल कुमार झा की शिकायत पर की गई। राहुल कुमार झा ने ब्यूरो में शिकायत दर्ज कराई थी कि अंचलाधिकारी अभय कुमार और नाजिर आदित्य कुमार उनसे जमीन की रोक सूची प्रतिवेदन भेजने के लिए रिश्वत की मांग कर रहे हैं। शिकायत मिलने के बाद, निगरानी अन्वेषण ब्यूरो ने अपनी प्रक्रिया के तहत परिवादी की शिकायत का गोपनीय सत्यापन कराया। सत्यापन के दौरान पाया गया कि आरोपियों द्वारा रिश्वत की मांग बिल्कुल सही थी। प्रथम दृष्टया आरोप सही पाए जाने के बाद ब्यूरो ने कांड संख्या 47/25 दर्ज किया।

182 दिनों में यह 42वीं गिरफ्तारी, अबतक 15.32 लाख रुपए बरामद

इसके बाद, निगरानी टीम ने जाल बिछाया और कार्रवाई करते हुए अभियुक्त अंचलाधिकारी अभय कुमार को 17 हजार रुपए जबकि नाजिर आदित्य कुमार को 13 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की इस कार्रवाई से जहां एक ओर जमीन रजिस्ट्री के धंधे में काला धन का रेट सामने आया, वहीं वर्ष 2025 में अबतक ऐसे घूसखोरों की गिरफ्ताीर की संख्या 42 पहुंच गई हैं। इस साल निगरानी ने यह 47वीं प्राथमिकी पर कार्रवाई की है। इसमें 42 अभियुक्तों से घूस में लिए 15.32 लाख रुपए बरामद किए हैं।

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