Bihar News : बिहार सरकार का FAKE NEWS से पड़ा पाला, पूरे 50 लाख का एलान कर चुके थे सीएम नीतीश कुमार; अब क्या होगा?

by Republican Desk
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Bihar News : जब भारत-पाकिस्तान के बीच ऑपरेशन सिंदूर के बाद चल रहे आकाशीय संघर्ष पर विराम का एलान हो चुका था, तब सेना के एक जवान के शहीद होने की खबर आई। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी तत्काल 50 लाख रुपए देने का एलान कर दिया था।

Operation Sindoor में शहादत पर एलान, अब बताया- हादसे में गई रामबाबू सिंह की जान

बिहार की नीतीश कुमार (Nitish Kumar) सरकार इस बार गलत खबर (Fake News) के फेर में फंस गई है। थोड़ी नहीं, ठीक से फंसी है। इस समय भारत-पाकिस्तान के बीच चले घमासान के कारण देश के बाकी हिस्सों की तरह बिहार में भी लोगों की भावनाएं ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) के कारण सीधे-सीधे सेना और शहीदों से जुड़ी हैं। इसी समय एक Fake News ने नीतीश कुमार सरकार को इस मुसीबत में डाला है कि न निगलते बनेगा, न उगलते।

दरअसल, बिहार सरकार तक खबर (Bihar News) पहुंची कि सीवान निवासी बीएसएफ के जवान रामबाबू सिंह भारत पर पाकिस्तान (India Pakistan) के हमले में शहीद हो गए हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने खुद एलान किया कि शहादत पर रामबाबू सिंह के परिजनों को 50 लाख की अनुग्रह राशि बिहार सरकार की ओर से दी जाएगी। लेकिन, गुरुवार को जब रामबाबू सिंह का शव पटना एयरपोर्ट आया, तो खुलासा हुआ कि वह बीएसएफ नहीं, बल्कि भारतीय सेना में बिहार रेजीमेंट के जवान थे। मामला और फंस गया, जब सामने यह आया कि वह पाकिस्तान के हमले में नहीं शहीद नहीं हुए, बल्कि सड़क हादसे में उनकी जान गई है।

Bihar News : रामबाबू सिंह को गार्ड ऑफ ऑनर क्यों नहीं दिया गया?

बिहार सरकार शहीदों के शव में आने पर राजकीय सम्मान करती है। पटना एयरपोर्ट पर गार्ड ऑफ ऑनर दिया जाता है। सीवान निवासी रामबाबू सिंह के लिए भी यही तैयारी थी। इसके पहले सीएम नीतीश कुमार शहादत पर 50 लाख रुपए की अनुग्रह राशि का एलान कर चुके थे। गुरुवार को पटना एयरपोर्ट पर शव आया तो पता चला कि रामबाबू सिंह सीमा सुरक्षा बल के जवान नहीं थे, बल्कि भारतीय सेना में बिहार रेजीमेंट के जवान थे। वह युद्ध लड़ते हुए शहीद नहीं हुए, बल्कि एक सड़क हादसे में उनकी जान गई।

यह जानकारी मिलने के बाद गार्ड ऑफ ऑनर की तैयारी रोकी गई। हादसे में मौत थी, इसलिए एयरपोर्ट पर पूरे सम्मान के साथ श्रद्धांजलि देने के बाद शव को सीवान स्थित आवास के लिए रवाना कर दिया गया। खास बात यह रही कि इस दौरान विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव भी मौजूद रहे और शाम में सीवान आवास पर निर्दलीय विधायक राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने भी पहुंचकर केंद्र सरकार के खिलाफ भड़ास निकाली।

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