Bihar : बिहार में बुधवार का दिन त्रासदी लेकर आया है। कहीं से बाढ़ की खबर आ रही है तो कहीं पेड़-पौधों को उड़ाने वाले चक्रवाती तूफान की। कहीं से मकान गिरने तो कहीं सड़क के बहने की खबर आ रही। आज का मौसम कैसा है और कल का मौसम कैसा रहेगा- जानें।
Bihar Weather : आंधी-बारिश के साथ वज्रपात, झारखंड की बाढ़ बिहार में लायी आफत
पटना में गरज के साथ छींटे पड़ रहे तो मौसम अच्छा लग रहा है। लेकिन, राजधानी से बाहर नजर डालें तो सावन के महीने में बिहार पर मुसीबतों की नजर है। बारिश में बिजली के तारों को ठीक करने वाले या पोल में सटकर मरने वाले भी सामने आ रहे हैं। इससे अलग, वज्रपात से रोज कहीं-न-कहीं मौत हो रही है। बुधवार को मौसम पूर्वानुमान में अलर्ट था। नुकसान उससे ज्यादा दिख रहा है।
कटिहार में पेड़-पौधे चक्रवात में उड़ने लगे तो गया में झारखंड से आई बाढ़ ने कई घर बहा दिए। मुंगेर में बारिश के कारण नदी पर दबाव इतना पड़ा कि सड़क बह गई। नेपाल से असामान्य पानी आए, इससे पहले ही सहरसा में कोसी नदी से सटे इलाकों में तबाही आ चुकी है।
Bihar News : कटिहार में चक्रवात से तबाही, जड़ से उखड़े पेड़ तो किसान मायूस
मौसम पूर्वानुमान में पश्चिम बंगाल में चक्रवाती तूफान का अलर्ट था, लेकिन इसका एक झोंका कटिहार में ऐसा आया कि जिले के कृषि आधारित क्षेत्र कोढ़ा में तबाही मच गई। केले के छोटे पौधे तो उखड़कर उड़ने लगे। बांधकर सहारा दिए बड़े थंब भी जहां-तहां गिर गए। सावन के अंतिम 10 दिनों में जो केले बाजार में जाकर किसानों को पूरे साल की मेहनत का फल देते, वह धाराशाई हो गए। कटिहार के कोढ़ा में करीब 500 एकड़ जमीन पर केले की खेती होती है और चक्रवाती हवा ने यहां किसानों की कमर तोड़ दी है।
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Bihar Flood Situation : झारखंड की नदियां भरीं, गयाजी के फल्गु का आश्चर्यजनक रूप
झारखंड में हो रही मूसलाधार बारिश का सीधा असर बिहार के सीमावर्ती गया जिले पर दिख रहा है। झारखंड से आने वाले वर्षा जल के कारण गया की प्रमुख नदी फल्गु आश्चर्यजनक रूप से उफान पर है, क्योंकि यह आमतौर पर सूखी स्थिति में रहती है। फल्गु नदी अधिकतम जल स्तर की सीमा से 50-60 सेंटीमीटर ऊपर बह रही है। इसके साथ ही, आज सुबह से पूरे गया जिले में भी प्रचंड बारिश हो रही है, जिसने स्थिति को और भी गंभीर बना दिया है।
नदी के जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि के कारण फल्गु नदी के किनारे बसे गयाजी जिले के कई गांवों में बाढ़ का पानी घुसने लगा है। शेरघाटी, बांके बाजार, मोहरा, और बतासपुर सहित अन्य निचले इलाकों में घरों में पानी भर गया है, जिससे लोगों के बीच अफरातफरी का माहौल है। बचाव दल भेजे जा रहे हैं। अब तक सभी प्रभावित क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर निकाल लिया गया है। प्रशासन ने लोगों से नदी के करीब न जाने और सुरक्षित जगहों पर रहने की अपील की है, हालांकि मौजूदा मौसम को देखते हुए स्थिति और भी बिगड़ सकती है।
Road Collapse in Flood Bihar : मुंगेर में खड़गपुर-तारापुर के बीच डायवर्जन रोड बहा
बिहार के मुंगेर में इस तरह की स्थिति नहीं रहती थी, जिस तरह इस बार दिख रही है। मंगलवार से ही रुक-रुक कर बारिश हो रही है, जिसके कारण छोटी नदियों ने भी बड़ा रूप धर लिया है। खड़गपुर-तारापुर मुख्य मार्गपर गुहिया नदी ने ऐसे ही रूप के कारण डायवर्जन रोड को बहा दिया। पुल निर्माणाधीन होने के कारण डायवर्जन रोड ही सहारा था, जिसमें से एक महकोला बासा के पास गुहिया नदी की धार में बह गया है।
पानी घटने तक यह रास्ता बंद हो गया है। डांगरी नदी में भी बरसात के कारण बाढ़ की स्थिति है। नदियों के आसपास रहने वाले लोग परेशान हैं। उधर, गंगा के तटवर्ती क्षेत्रों में रहने वाले लोग भी बारिश के कारण बाढ़ की आशंका से सहमकर निकल रहे हैं। कई नदियां घूमकर गंगा से जुड़ती भी हैं। उन सभी नदियों में बारिश के पानी ने मुसीबत बढ़ा दी है।
Bihar : नेपाल की बाढ़ का असर आना बाकी, सहरसा में कोसी का रुख डरा रहा
बिहार में लगभग हर साल नेपाल से बाढ़ का खतरा रहता है, लेकिन इस बार राज्य के अंदर हो रही बारिश ने उस डर को और बढ़ा दिया है। अभी सीमावर्ती जिलों में नेपाल का पानी असामान्य रूप से नहीं आया है, लेकिन कोसी का रुख डरा रहा है। सहरसा जिले में कोसी नदी का जलस्तर बढ़ने से महिषी, नवहट्टा, कोपरिया आदि इलाकों में डर का माहौल है। महिषी के झाड़ा पंचायत में तो घरों के अंदर पानी घुस चुका है। नवहट्टा में भी नदी किनारे के इलाकों से लोग भागने लगे हैं।