Accidental Fact : बिहार चुनाव की आहट से बहुत पहले प्रशांत किशोर ने एलान किया था कि वह शराबबंदी खत्म करा देंगे। उनकी सरकार बनेगी, यह तो अभी कहना असंभव है; लेकिन उनके पोस्टर लगी गाड़ी के हादसे से यह पहले ही होता दिख रहा है।
Bihar News : जन सुराज के पोस्टर वाली Bolero ट्रक से टकराई तो शराब की खेप मिली
Road Accident : ट्रक और बोलेरो की टक्कर में खुला राज देखकर पुलिस भी चौंकी
बिहार में शराबबंदी के बीच एक बड़ा और चौंकाने वाला मामला सामने आया है। रोहतास जिले के काराकाट थाना क्षेत्र अंतर्गत जोरावरपुर के समीप शनिवार सुबह एक सड़क हादसे के बाद जन सुराज पार्टी के पोस्टर लगे एक वाहन से भारी मात्रा में अवैध शराब बरामद की गई है। इस घटना ने कई गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। सबसे बड़ा सवाल तो यही कि चुनावी माहौल बनने से पहले क्या जन सुराज के समर्थक या नेता यह मान रहे हैं कि प्रशांत किशोर बिहार में शराबबंदी हटाने के अपने वादे पर खरे उतरेंगे और चुनाव जीतकर सबसे पहला काम यही करेंगे?
Rohtas Accident News : ड्राइवर भागा, जन सुराज पार्टी की गाड़ी में शराब देख हैरान
बताया जाता है कि शनिवार की सुबह जोरावरपुर गांव के पास जन सुराज पार्टी के पोस्टर लगी एक बोलेरो गाड़ी की एक ट्रक से जोरदार टक्कर हो गई। टक्कर इतनी भीषण थी कि दूर तक लोगों ने आवाज सुनी। वाहनों की भिड़ंत की आवाज सुनकर जब स्थानीय लोग घटनास्थल पर पहुंचे, तो उन्होंने बोलेरो के अंदर शराब की बड़ी खेप देखकर उनके होश उड़ गए। पता चला कि घटना के बाद दोनों वाहनों के चालक मौके पर ही अपनी-अपनी गाड़ी छोड़कर फरार हो चुके हैं।
दुष्कर्म का केस बना देंगे, बचना है तो
Accidental Fact : पुलिस को गाड़ी के अंदर दिखी ‘बंटी बबली’
स्थानीय लोगों की सूचना पर पहुंची काराकाट थाने की पुलिस मौके ने दुर्घटनाग्रस्त बोलेरो और ट्रक को जब्त कर लिया है। जांच के दौरान बोलेरो गाड़ी से ‘बंटी बबली’ ब्रांड की काफी मात्रा में शराब बरामद हुई। काराकाट थाने की पुलिस ने बताया है कि फिलहाल दोनों वाहनों के कागजात की जांच की जा रही है और वाहन मालिक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
Prashant Kishor : सियासी कनेक्शन को लेकर सवाल उठे
जन सुराज पार्टी के पोस्टर लगे वाहन BRO3P 7196 से शराब मिलने के बाद अब कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। यह गाड़ी भोजपुर जिला परिवहन प्राधिकार से निबंधित है और वाहन स्वामी का नाम चंद्र भूषण तिवारी है। अब देखना है कि इसपर जन सुराज की क्या प्रतिक्रिया आती है? क्या शराब तस्करी में किसी राजनीतिक दल के कार्यकर्ता शामिल हैं या फिर शराब तस्करों ने पुलिस और आम जनता को गुमराह करने के लिए यह तरीका अपनाया है? यह फिलहाल पुलिसिया जांच का विषय है। पुलिस इस मामले की गहराई से पड़ताल कर रही है ताकि सच्चाई सामने आ सके और दोषियों को पकड़ा जा सके।
Liquor Ban in Bihar : शराबबंदी हटाने की बात से ही जनसुराज पार्टी का आगाज़
चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने अपने संगठन जनसुराज को राजनीतिक दल के रूप में सामने लाते समय बिहार में शराबबंदी के कारण गरीबों को परेशान किए जाने की बात कही थी और एलान किया था कि बिहार चुनाव 2025 में सरकार गठन कर वह सबसे पहले इस कानून को खत्म करेंगे।