PM Modi Cabinet Portfolio में चर्चा Bihar की है। वजह है एनडीए में जेडीयू के प्रेशर पॉलिटिक्स के बावजूद बीजेपी का दम दिखाना। तमाम बड़े मंत्रालय बीजेपी ने अपने पास रखे। आखिर क्यों दवाब में नहीं आई मोदी सरकार?
Nitish Kumar के प्रेशर पॉलिटिक्स को BJP का जवाब
नरेंद्र मोदी सरकार गठन के साथ ही जदयू का प्रेशर पॉलिटिक्स मीडिया की सुर्खियों में था। दावा किया जा रहा था कि रेल, कृषि और वित्त मंत्रालय जैसे बड़े मंत्रालय पर जदयू की बड़ी दावेदारी है। लेकिन बीजेपी ने मंत्रालय बंटवारे में जदयू को बड़ा झटका दे दिया है। तमाम प्रेशर पॉलिटिक्स धारी की धरी रह गई। बीजेपी ने वैसे ही मंत्रालय सहयोगियों को दिए जिससे सरकार के पोर्टफोलियो पर ज्यादा असर ना हो। बड़ी बात यह है कि बीजेपी का कॉन्फिडेंस मंत्रालय बंटवारे में साफ नजर आ रहा है। लिहाजा इस बात की चर्चा भी शुरू हो गई है कि आखिर बीजेपी ने सहयोगियों की नाराजगी से डरे बिना मंत्रालयों का बंटवारा कैसे कर लिया।
Lalan Singh व Ramnath Thakur को नहीं मिला बड़ा मंत्रालय
नरेंद्र मोदी के नए मंत्रिमंडल में जेडीयू से एक सांसद को कैबिनेट मिनिस्टर और एक सांसद को राज्य मंत्री बनाया गया है। मुंगेर से सांसद ललन सिंह को पंचायती राज मंत्रालय के साथ ही मत्स्य पालन एवं पशुपालन तथा डेयरी मंत्रालय दिया गया है। वहीं जदयू कोटे से राज्यसभा सांसद रामनाथ ठाकुर को कृषि एवं कृषक कल्याण मंत्रालय का राज्य मंत्री बनाया गया है। मतलब साफ है कि जदयू के तमाम दावों के बावजूद बीजेपी ने कोई बड़ा मंत्रालय जदयू के जिम्मे में नहीं दिया है। ऐसे में अब विपक्षी जेडीयू पर तंज कसने लगे हैं। विपक्षियों ने यहां तक कह दिया है कि जदयू को भाजपा ने झुनझुना थमा दिया है।
गिरिराज को कपड़ा तो नित्यानंद पर शाह का भरोसा
पहली बार सांसद बने हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के अध्यक्ष जीतन राम मांझी को सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्रालय दिया गया है। इसी प्रकार बेगूसराय से सांसद गिरिराज सिंह को कपड़ा मंत्रालय की जिम्मेदारी दी गई है। बड़ी बात यह है कि उजियारपुर सांसद नित्यानंद राय पर फिर से अमित शाह ने भरोसा जताया है। उन्हें गृह राज्य मंत्री बनाया गया है। भाजपा के राज्यसभा सांसद सतीश चंद्र दुबे को कोयला और खनन मंत्रालय का राज्य मंत्री बनाया गया है। वहीं मुजफ्फरपुर से पहली बार सांसद बने भाजपा के राजभूषण चौधरी को जल शक्ति राज्य मंत्री की जिम्मेदारी दी गई है।
Chirag Paswan को बड़ी जिम्मेदारी मिलने की थी चर्चा
लोजपा (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान को मोदी कैबिनेट में खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय की जिम्मेदारी मिली है। लोजपा (रामविलास) ने बिहार की 5 सीटों पर चुनाव लड़कर पांचो सीटों पर जीत हासिल की है। चिराग पासवान खुद हाजीपुर से सांसद बने हैं।। इसके साथ ही चिराग की पार्टी ने समस्तीपुर, खगड़िया, जमुई और वैशाली सीट पर कब्जा जमाया है। वैसे तो चिराग पासवान ने पहले ही ऐलान कर दिया था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उन्हें जो जिम्मेदारी देंगे, वह उसका पालन करेंगे। हालांकि चिराग पासवान को भी किसी बड़े मंत्रालय की जिम्मेदारी मिलने की बात कही जा रही थी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
बहुमत का आंकड़ा… BJP, JDU-TDP से इसलिए नहीं है डर
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि भाजपा किसी भी स्थिति में यह जाहिर नहीं होने देना चाहती कि उनपर किसी तरह का पॉलीटिकल प्रेशर है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गठबंधन के दबाव में काम करने वाले नेता भी नहीं हैं। कहा तो यह भी जा रहा है कि बीजेपी ने बहुमत के आंकड़े को छूने के लिए निर्दलीय समेत अन्य सांसदों पर डोरे डालने शुरू कर दिए हैं। यही वजह है कि बीजेपी मंत्रालय बंटवारे में दबाव में नहीं आई। इसका एक बड़ा कारण यह भी माना जा रहा है कि जेडीयू और टीडीपी के अलग होने के बावजूद इंडी गठबंधन सरकार बनाने के जादुई आंकड़े को नहीं छू पा रही है। ऐसे में भाजपा किसी भी तरीके के प्रेशर में आने वाली नहीं है।