Bihar News : इन दिनों रिश्तों की कई खबरें सामने आ रही हैं। ऐसी कहानियां झकझोर दे रही हैं। लेकिन, यह खबर अलग तरह की है। पैदा होते ही जिस बच्चे के मर जाने की सूचना दी गई, मां की ममता और हिम्मत ने उसे छह महीने बाद जिंदा हासिल कर लिया।
Husband Wife : एक घर में पति-पत्नी कितने अलग हो सकते हैं, जानने के लिए पढ़ें
एक घर में रहने वाले कई बार बात-व्यवहार में एक जैसे होते हैं। लेकिन, इस घर की कहानी बिल्कुल अलग थी। पत्नी को अस्पताल में भर्ती कराया जाता है, जहां वह एक बेटे को जन्म देती है। अस्पताल बताता है कि कुछ क्रिटिकल इश्यू है। फिर कुछ ही घंटे बाद खबर दी जाती है कि बच्चा मर गया है और उसके शव को डिस्पोज़ कर दिया गया है। नवजात का पिता खुद को कठोर दिखाने का नाटक करता है और अपनी पत्नी को ढांढस बंधाता है।
लेकिन, नवजात की मां को इन बातों पर यकीन नहीं हाेता। वह एक ऐसी लड़ाई में जुट जाती है, जिसमें उसे भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी तक फरियाद लगानी पड़ती है। और, फिर करीब 200 दिनों का इंतजार। हालात से लड़ाई। लेकिन, अंतत: उसका विश्वास जीतता है। जिस बच्चे के पैदा होने के बाद मर जाने की सूचना दी गई थी, वह जिंदा मिलता है। और, सामने आता है पिता का घिनौना किरदार। क्योंकि, उसे बेचने के एवज में उसने 50 हजार रुपए कमाए थे।
Vaishali Bihar News : छह महीने बाद मां को मिला अपना बच्चा, पिता को मिली जेल
वैशाली के महुआ थाना क्षेत्र के मानपुर (कन्हौली) की गोलू कुमारी की गोद में 200 दिनों बाद उसका बच्चा पहुंचा तो उसकी आंखों में खुशी के आंसू छलक पड़े। लेकिन, जब नवजात को बेचने में उसके पिता राजेश कुमार की भूमिका सामने आई तो पति की करतूत जानकर उसका मन टूट गया। उसे यकीन नहीं था कि पहाड़पुर (महुआ) निवासी जिस विधवा आशा कार्यकर्ता मीनू कुमारी के भरोसे वह हाजीपुर के जोहरी बाजार स्थित न्यू बुद्ध पॉपुलर इमरजेंसी हॉस्पिटल में भर्ती हुई थी, उसने उसके पति राजेश कुमार को पैसे देकर नवजात को बेचने का यह घिनौना खेल खेला।
वह विधवा मीनू पर पहले शक कर रही थी, लेकिन जब बच्चे के बारे में ज्यादा पूछताछ करने पर उसने धमकाना शुरू किया तो उसे यकीन होने लगा कि उसका बच्चा मरा नहीं, बल्कि कहीं जिंदा है। 10 सितंबर 2024 को बच्चा जन्म होने के कुछ घंटे बाद गायब हुआ। तब से 10 दिसंबर तक उसकी बातों पर कोई यकीन नहीं कर रहा था। उसने थानों में दौड़ लगाई और अंतत: 14 दिसंबर को वैशाली पुलिस अधीक्षक की पहल पर उसका केस महुआ थाने में दर्ज हुआ।
अब मार्च खत्म होने के एक दिन पहले उसकी जिंदगी में उसके बेटे की वापसी हुई है। करीब 200 दिनों के बाद। बच्चा तो वापस आ गया, लेकिन जब यह पता चला कि वह चोरी नहीं गया था, बल्कि उसके पति को 50 हजार देकर खरीदा गया था तो वह टूट गई। पुलिस ने उसके पति राजेश कुमार को भी इस खरीद-बिक्री के बाकी किरदारों के साथ जेल तक पहुंचा दिया है।