Bihar Police : बिहार पुलिस को हो क्या गया है! किसी को केस में पक्षपात करने के लिए अपने घर महिला को बुलाना है तो कोई नाबालिग को भी बख्शने के लिए तैयार नहीं है। पैसे की भूख तो रोज ही सामने आ रही है।
Bihar News : हाथ नहीं पकड़ने दिया तो पिता को जेल में सड़ाने की धमकी दी
यह दो अलग-अलग खबरें हैं, लेकिन पुलिस मुख्यालय तक इसकी गूंज पहुंच रही है। एक में पुलिसकर्मी की हवस की कहानी दिख रही है। वह भी नाबालिग को देखकर। आरोप है कि नाबालिग के पिता को पकड़ने के बाद उसे राहत देने के एवज में वह नाबालिग लड़की से कुछ चाह रहा था। प्रयास किया और बात इतनी बिगड़ी थी कोर्ट के रास्ते उसी पर केस हो गया। दूसरी में पैसे की भूख। वह भूख भी मनमानी के साथ, गालीबाजी करते हुए। फैसला कोर्ट करेगा, हम सिर्फ सामने आयी बात को खबर के रूप में ला रहे हैं। पहले बात मानवीयता के खत्म होने की करते हैं।
Supaul Bihar Police : कोर्ट पहुंची नाबालिग की मां, आरोप ऐसा कि POCSO Act में केस
खाकी पर यह दाग सुपौल जिले में लगा है। वीरपुर थाना के थानाध्यक्ष राजकिशोर मंडल पर एक नाबालिग से छेड़खानी और जान से मारने की धमकी देने का संगीन आरोप लगा है। इस हाई-प्रोफाइल मामले में कोर्ट के आदेश के बाद पॉक्सो एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज कर ली गई है, जिससे पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है।
मामला तब प्रकाश में आया जब पीड़ित नाबालिग की मां ने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। महिला का आरोप है कि पति को जेल से छुड़ाने के नाम पर एक स्थानीय सरपंच ने मोटी रकम ली और इसी सिलसिले में थाने बुलाने पर थानाध्यक्ष ने उसकी 15 वर्षीय बेटी का जबरन हाथ पकड़ा, मोबाइल बंद कराया और अनुचित शब्दों का प्रयोग किया। विरोध करने पर थानाध्यक्ष ने उसके पति को जेल में सड़ाने और उन्हें जान से मारने की धमकी दी। सुपौल एसपी शैशव यादव ने निष्पक्ष जांच कर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
विशेष सत्र न्यायधीश पॉक्सो की कोर्ट ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल प्रभाव से महिला थाना सुपौल को थानाध्यक्ष राजकिशोर मंडल और संबंधित सरपंच के खिलाफ केस दर्ज करने का आदेश दिया। शुक्रवार को पीड़ित मां-बेटी ने महिला थाने में अपना बयान दर्ज कराया, जिसके बाद पुलिस ने जाँच शुरू कर दी है। थानाध्यक्ष राजकिशोर मंडल ने इन आरोपों को पूरी तरह से निराधार बताते हुए इसे राजनीतिक साजिश करार दिया है। आरोपी सरपंच ने तो महिला से मुलाकात की बात भी नकार दी है।
Darbhanga Bihar News : घूस के साथ गालीबाजी, एसएसपी ने किया निलंबित
दरभंगा के एक दरोगा को घूस भी चाहिए था और उसकी गालीबाजी भी अनियंत्रित थी। थानाध्यक्ष तक को नहीं भाव देने वाले दरोगा को एक आम आदमी की परेशानी ने निलंबन तक पहुंचा दिया। एसएसपी जगुनाथ रेड्डी ने दरभंगा के जमालपुर थाना के पुलिस अवर निरीक्षक अजीत कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। अजीत कुमार पर 15,000 रुपए घूस मांगने का आरोप है, जिसका एक ऑडियो क्लिप तेजी से वायरल होकर एसएसपी तक भी पहुंचा।
मामला जमालपुर थाना के कांड संख्या 35/25 से जुड़ा है। इसमें पीड़ित मो. नाजीर आलम से आगे की कार्रवाई के लिए दरोगा पैसों की मांग कर रहा था। जांच हुई तो बिरौल एसडीपीओ मनीषचंद्र चौधरी की रिपोर्ट के आधार पर एसएसपी ने निलंबन की कार्रवाई की। यह बात भी सामने आई कि अजीत कुमार के खिलाफ थानाध्यक्ष ने भी मनमानी और अनुशासनहीनता की शिकायत की थी। निलंबन आदेश जारी हो चुका है। इस आदेश के मुताबिक, निलंबन अवधि के दौरान अजीत कुमार का मुख्यालय पुलिस केंद्र, दरभंगा रहेगा और उन्हें सामान्य जीवन यापन भत्ता मिलेगा।
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