Bihar News : चारा-अलकतरा घोटाले वाले बिहार में अब ‘नल-जल’ योजना घोटाला; सरकारी पैसा अपने खाते में, जांच के बाद FIR

रिपब्लिकन न्यूज़, पटना/मधुबनी

by Rishiraj
0 comments

Bihar News : इस सदी में बिहार के नाम की चर्चा चारा, अलकतरा, बाढ़ राहत जैसे घोटालों से हुई थी। यह लालू-राबड़ी राज का मामला था। नीतीश राज में सृजन घोटाला सुर्खियों में रहा। अब ‘नल-जल’ योजना में घोटाले का एक उदाहरण सामने आया है। संभव है, राज्य में और जगह हो।

Nitish Kumar सरकार की महत्वाकांक्षी योजना में गड़बड़ी की यह खबर चौंका रही

हम यह दावा नहीं कर सकते हैं कि पूरे राज्य में इस तरह की गड़बड़ी हो रही होगी और न हम यही मान सकते हैं कि ऐसी गड़बड़ी बिहार के हर जिले में नहीं हो रही होगी। इसलिए, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की सात निश्चय योजना के तहत महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट ‘नल-जल योजना’ में सामने आयी गड़बड़ी सरकार के संज्ञान में ला रहे हैं। अगर योजना राशि में इस तरह की सेंधमारी राज्य के सभी जिलों में लंबे समय से चल रही होगी तो सरकार में फैले भ्रष्टाचारियों का पूरा नेटवर्क सामने लाने के लिए लेखा परीक्षा नियंत्रक को भी इसपर नजर डालनी चाहिए।

Bihar News : 81 लाख तो मुखिया और पंचायत सचिव ने गबन किया, समझें गंभीरता

एक मुखिया और पंचायत सचिव अगर 81 लाख रुपए का गबन कर सकता है, तो योजना में नीचे से ऊपर तक किस तरह का खेल संभव है… समझना बहुत मुश्किल नहीं। बिहार के 534 प्रखंडों में 8406 पंचायत हैं। इनमें जांच किस तरह और क्या करनी होगी, यह समझने के लिए फिलहाल मधुबनी जिले के फुलपरास प्रखंड के धर्मडीहा पंचायत की यह खबर समझें।

धर्मडीहा पंचायत की महिला मुखिया विभा सिंह और पंचायत सचिव राजेंद्र राउत पर नल जल योजना की सरकारी राशि से 81 लाख रुपए का गबन करने का आरोप सामने आया है। इनमें से 5,99,962.24 रुपए सरकारी खाते से निजी खाते में ट्रांसफर करने की सूचना मिलने के बाद मधुबनी जिलाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा ने जांच कराई और अब फुलपरास के प्रखंड विकास पदाधिकारी वीरेंद्र प्रसाद को इनके खिलाफ प्राथमिकी कराने का निर्देश दिया।

लालू यादव की तबीयत बिगड़ी… यह खबर आपने पढ़ी?

Nal Jal Yojana Bihar : डीएम के आदेश पर FIR के बाद अब गिरफ्तारी की तैयारी

फुलपरास के प्रखंड विकास पदाधिकारी कार्यालय ने फुलपरास थाने को लिखित आवेदन भेज कर मुखिया विभा सिंह एवं पंचायत सचिव राजेंद्र राउत के खिलाफ इन प्रमाणों के आधार पर प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश दिया और अब IPC 40/34 के तहत FIR दर्ज कर लिया गया है। पुलिस अपने स्तर से अनुसंधान कर रही है और जिला प्रशासन की जांच रिपोर्ट को देखते हुए अब धर्मडीहा पंचायत की महिला मुखिया विभा सिंह और पंचायत सचिव राजेंद्र राउत की गिरफ्तारी कभी भी हो सकती है।

इस आशंका से आसपास के इलाकों के पंचायत प्रतिनिधियों में सनसनी फैली है। पुलिस इस गिरफ्तारी के बाद इनसे पूछताछ कर गबन के पैटर्न को समझे और उस आधार पर राज्य सरकार या लेखा परीक्षा नियंत्रक जांच कराए तो संभव है कि राज्य के बाकी जिलों में भी इस तरह का मामला सामने आए।

You may also like

Leave a Comment

Editors' Picks

Latest Posts

© All Rights Reserved.

Follow us on