Bihar News में बात Bihar Politics की चर्चा में Jan Suraaj Party के Prashant Kishor’s की हो रही है। RJD को आखिर क्यों हो गई प्रशांत किशोर से घबराहट?
RJD की चिट्ठी में Jan Suraj Party के लिए क्या है
राष्ट्रीय जनता दल ने शनिवार को एक चिट्ठी जारी की। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह की ओर से जारी इस चिट्ठी ने सियासी बहस छेड़ दी है। क्योंकि इस चिट्ठी में साफ तौर पर प्रशांत किशोर (PK) की पार्टी जन सुराज को भारतीय जनता पार्टी (BJP) की B टीम बताते हुए आरजेडी के कार्यकर्ताओं और नेताओं के नाम सख्त संदेश दिया गया है। आरजेडी ने अपने कार्यकर्ताओं और नेताओं को सख्त लहजों में चेतावनी दे दी है कि वह प्रशांत किशोर और जन सुराज पार्टी से दूर रहें। पार्टी को ऐसी जानकारी मिल रही है कि आरजेडी के कार्यकर्ता और नेता जन सुराज पार्टी के सहयोगी या सदस्य बन रहे हैं। इससे आरजेडी चिंतित है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने अपील करते हुए कहा है कि प्रशांत किशोर के बहकावे में न आएं। क्योंकि प्रशांत किशोर उर्फ पीके की मंशा आरजेडी को कमजोर करने और बीजेपी को मजबूत करने की है। आरजेडी ने चिट्ठी के जरिए साफ संदेश दिया है कि प्रशांत किशोर से जुड़ने वाले कार्यकर्ताओं और नेताओं के खिलाफ एक्शन लिया जाएगा।
Rashtriya Janta Dal को क्यों है Jan Suraj Party से डर, जानिए
आरजेडी की चिट्ठी से एक बात तो साफ है कि पार्टी को Jan Suraj Party से खतरा है। सामने विधानसभा का Election है। ऐसे में RJD की चिंता भी वाजिब है। दरअसल, Prasahnt Kishor ने खुले हर जगह एक नई बात कह रहे हैं। उनका कहना है कि हिन्दू में अच्छी खासी आबादी ऐसे वोटर्स की है जो हिंदूवादी राजनीति करने वाली बीजेपी को वोट नहीं करना चाहते। इसके अलावा मुस्लिमों में अच्छी खासी आबादी ऐसे वोटर्स की है को बीजेपी की सहयोगी दल खासतौर से JDU को वोट मजबूरी में करते हैं। जन सुराज पार्टी के निशाने पर ऐसे ही वोटर्स हैं को NDA को वोट नहीं करते। स्वाभाविक है कि ये वोटर्स RJD के साथ हैं। अब जन सुराज पार्टी ऐसे वोटर्स के खेमे में सेंधमारी कर रही है। लिहाजा इसका सीधा नुकसान आरजेडी को ही होगा। यही वजह है कि आरजेडी की चिंता बढ़ गई है।
भय और अपराध की राजनीति आरजेडी की फितरत : जन सुराज
आरजेडी की इस चिट्ठी पर जन सुराज पार्टी ने करारा जवाब दिया है। पार्टी ने कहा है कि जन सुराज के पार्टी बनने की घोषणा भर से बिहार का सबसे मजबूत दल होने का दावा करने वाली आरजेडी की घबराहट देखिए। बेचारे अपने दल में मची अफरा-तफरी और आरजेडी छोड़कर जाने वाले नेताओं को रोकने के लिए अपने ही नेताओं और कार्यकर्ताओं को धमकी दे रहे हैं। जन सुराज ने पलटवार करते हुए यह भी कहा कि भय और अपराध की राजनीति इनकी (आरजेडी) फितरत है। पहले बिहार की जनता ने छोड़ा अब दल के कार्यकर्ता और नेता छोड़ रहे हैं। जन सुराज पार्टी के इस जवाब के बाद आरजेडी के कार्यकर्ताओं में भी नाराजगी देखी जा रही है। कार्यकर्ताओं का सवाल है कि आखिर इस समय पार्टी को जन सुराज का नाम लेकर चिट्ठी जारी करने की जरूरत ही क्या थी?