Tejashwi Yadav : कुछ ही दिन हुआ, जब गोदी मीडिया का हल्ला करते हुए तेजस्वी यादव ने सूत्र को मूत्र कहा था। अब उसी मीडिया में सूत्र के हवाले से चल रही खबर से तेजस्वी यादव खुश हो गए हैं। आखिर कहां से निकली है यह खुशी?
Bihar News : सीएम नीतीश कुमार के सामने विजय सिन्हा और अशोक चौधरी भिड़े
बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव पलट गए हैं। कल तक मीडिया को गोदी मीडिया कह रहे थे। आगे भी कहेंगे, संदेह नहीं। फिलहाल, उन्होंने सूत्र को सही मान लिया है। कुछ दिनों पहले उन्होंने मीडिया के सूत्र को मूत्र कहकर पूरे देश में सुर्खियां बटोरी थीं। फिलहाल वह सूत्रों के हवाले से चल रही उनके परिभाषा वाली ‘गोदी मीडिया’ की खबर पर मुहर लगा दी है। खबर यह है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने भारतीय जनता पार्टी कोटे के उप मुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा और जनता दल यूनाईटेड कोटे के मंत्री अशोक चौधरी भिड़ गए हैं।
Vijay Sinha Vs Ashok Choudhary : गठबंधन धर्म का पालन करने में कोताही पर बवाल
सोमवार को बिहार विधानमंडल के मानसून सत्र के पहले दिन की कार्यवाही खत्म होने के बाद राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन के नेताओं की बैठक हो रही थी। जिन मीडिया संगठनों को (रिपब्लिकन न्यूज सहित) तेजस्वी यादव गोदी मीडिया कहते हैं, वह यह खबर सूत्रों के हवाले से दे रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने विजय सिन्हा और अशोक चौधरी के बीच तनातनी हो गई। इतनी कि इसे संभालने के लिए बाकी को उतरना पड़ा।
कुछ देर के लिए भाजपा-जदयू के नेता आपस में उलझ भी गए, क्योंकि बात गठबंधन धर्म पालन करने और नहीं करने को लेकर हो रही थी। विजय सिन्हा ने जदयू को गठबंधन धर्म का पालन नही करने पर घेरा और कुछ भाजपाइयों ने इसका समर्थन किया। इसी पर अशोक चौधरी भड़क गए थे। मुख्यमंत्री देखते रह गए और उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी मुख्यमंत्री का मुंह देखते रहे।
Tejashwi Yadav : विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने लगाई सूत्र की खबर पर मुहर
राष्ट्रीय जनता दल के नेता और विपक्ष के सीएम चेहरे तेजस्वी यादव ने सूत्र की इस खबर को हाथोंहाथ लपकते हुए सोशल मीडिया पर जो लिखा, वह भी असंपादित पढ़ें, क्योंकि इसपर भी गोदी मीडिया की मुहर लगाने में तेजस्वी देर नहीं करेंगे- “भ्रष्टाचार की बंदरबाँट को लेकर एनडीए के उपमुख्यमंत्री और वरीय मंत्री बैठक में ही एक दूसरे से झगड़ने लगे। जदयू के अधीन ग्रामीण कार्य विभाग में ग्लोबल टेंडरिंग के माध्यम से केवल बड़े ठेकेदारों को ठेका देकर चुनाव पूर्व जेडीयू ने 1000 करोड़ रुपये वसूलने का लक्ष्य रखा है।
चुनाव पूर्व ग्रामीण सड़कों का निर्माण भी नहीं होना है लेकिन केवल टेंडर मैनेज कर लूट-खसोट का खेल चल रहा है। भ्रष्टाचार इतना अधिक है कि एनडीए विधायक भी चूँ तक नहीं कर सकते। हर घर का नल का जल तो इससे भी बड़ा भ्रष्टाचार है। उसमें राज्य के खजाने से हज़ारों करोड़ की संस्थागत लूट हुई है। मुख्यमंत्री अचेत और खामोश है। बाक़ी मंत्रियों को अच्छे से पता है कि सरकार जाने वाली है इसलिए खुलम-खुला लूट मची है। उपमुख्यमंत्री बेचारे विजय सिन्हा जी को कितना बेबस कर दिया है।”