Bihar News : बिहार में बच्चा चोरी की घटनाएं खूब सामने आ रही हैं। इस बार कहानी कुछ अलग है। चोरी गया बच्चा वीडियो कॉल पर दिखाया भी जा रहा है, लेकिन उसकी कीमत सुनकर सगे मां-बाप की हिम्मत टूट रही है।
Bihar Police: मां को नशा देकर बच्चे की कस्टडी कागज पर लिखवा ली
मां रो रही है कि क्यों मन्नत के नाम पर बिहार आई थी! न आती और न यह सब होता। मन्नत से लेकर नशे में कस्टडी लिखाने तक की उसकी कहानी पर बिहार पुलिस (Bihar Police) भरोसा करे या नहीं, लेकिन इस हकीकत से इनकार कोई नहीं कर सकता है कि उत्तर प्रदेश के कानपुर की महिला का बच्चा बिहार में है। दूसरे के पास है। गलत तरीके से दूसरे के पास बेचा गया है। उसकी वापसी के लिए उससे भारी रकम की मांग की जा रही है। महिला ने दरभंगा जिला के सदर थाना क्षेत्र के रानीपुर गांव निवासी विशंभर चौधरी पर बच्चा गायब कर बेचने का आरोप लगाया है। वह यह भी दावा कर रही है कि बच्चा खरीदने वाले ने उसे वीडियो कॉल पर उसे दिखाया है, लेकिन वापसी के लिए भारी रकम की मांग की जा रही है। दूसरी तरफ, पुलिस कह रही है कि बच्चे को पालन-पोषण के लिए दूसरे परिवार को सौंपने की बात सामने आई है और अपहरण का आरोप मौखिक ही लगाया गया है। आवेदन मिलेगा तो जांच की जाएगी।
Darbhanga : बिहार में यूपी के बच्चे का अपहरण… मां ने सुनाई कहानी
बच्चे की मां सोनम शर्मा ने दरभंगा पुलिस को प्राथमिकी के लिए आवेदन दिया है। इसमें उसने खुद को बिहार के ही सारण जिला की मूल निवासी बताते हुए कहा है कि वह पति के साथ कानपुर में रहती है। महिला के अनुसार- “मेरे पति सुनील शर्मा कानपुर में एलएनटी कंपनी में काम करते थे। और दरभंगा के रानीपुर गांव निवासी विशंभर चौधरी भी उनके साथ काम करता था। हमदोनों का घर आसपास है और हमारे बीच बहुत अच्छे संबंध थे। तीन साल का मेरा बेटा अयान शर्मा विशंभर चौधरी से हिलमिल गया था। एक दिन विशंभर चौधरी ने हमें दरभंगा के श्यामा माई मंदिर में दर्शन कर मन्नत मांगने की बात कही तो हमलोग दरभंगा आने के लिए राजी हो गए। यह करीब डेढ़ महीना पहले की बात होगी। बदकिस्मती से यहां आते ही मेरे पति बीमार पड़ गए। नहीं चाहते हुए भी हम विशंभर चौधरी के साथ बच्चे को लेकर श्यामा मंदिर गए। उसने रास्ते में एक जगह मुझे ग्लास में हरे रंग का कोल्ड ड्रिंक पिलाया। पीते ही मेरा सिर चकराने लगा। आसपास एक वकील समेत चार-पांच लोग आए और किसी कागज पर मेरा हस्ताक्षर करा लिया। इसके बाद मेरा बेटा अयान भी गायब हो गया।”
Child Trafficking या कुछ और खेल… पुलिस को आवेदन का इंतजार
महिला ने बताया- “फिर विशंभर चौधरी हमें अपने घर रानीपुर ले गए, जहां हमारे पति सुनील शर्मा बुखार से ग्रस्त थे। होश में आने पर जब बेटे के बारे में पूछा तो जान की धमकी देकर भगा दिया। हमलोग कानपुर पहुंचे, लेकिन वहां मेरे पति के पैर में फ्रैक्चर हो गया। इलाज से सुधार हुआ तो लौटकर आए। बच्चे का पता चल गया। वह दरभंगा के ही बहादुरपुर थाना क्षेत्र के सिनुआरा गांव निवासी गौतम झा और सुजाता झा के पास है। दोनों का कहना है कि खरीदा है, इसलिए लौटाने के लिए 10 लाख रुपए दो।” खास बात यह भी है कि इस केस में पुलिस के पास वंदना झा का भी नाम है, जिसके पास कथित तौर पर बच्चा पालने के लिए छोड़ा गया था। पुलिस अभी कुछ नहीं कर रही है, क्योंकि उसे कहानी में कुछ घालमेल नजर आ रहा है।