Bihar News में चर्चा IAS KK Pathak के फैसले पर मचे बवाल पर हो रही है। शिक्षक संघ ने 12 एमएलसी को सीधी चेतवानी दे दी है।
KK Pathak के फैसले पर बवाल
बिहार में एक बार फिर शिक्षक और शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के बीच संघर्ष तेज हो गया है। स्कूल की नई टाइमिंग को लेकर शिक्षकों में आक्रोश चरम पर है। अब शिक्षक संघ ने आईएएस केके पाठक के फैसले पर 12 एमएलसी को चेतावनी दे दी है। सोमवार तक फैसला वापस नहीं होने पर संघ ने 12 एमएलसी को बंधक बनाने और मुंह पर कालिख पोतने का ऐलान कर दिया है।
12 MLC को सीधी चेतावनी, बंधक बनाएंगे, कालिख पोतेंगे
विद्यालय संचालन की नई समय सारणी से शिक्षकों को हो रही समस्याओं पर विद्यालय अध्यापक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अमित विक्रम ने सभी शिक्षक एमएलसी पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा है कि शिक्षकों के वोट से सीधे चुने जाने वाले 12 एमएलसी सिर्फ मीडिया में बयानबाजी और चिट्ठी लिखने का काम कर रहे हैं। उन्होंने सभी 12 MLC को चेतवानी देते हुए कहा कि सोमवार से किसी भी हालत में समय सारणी में बदलाव होना चाहिए। अगर ऐसा नहीं हुआ तो अगला चुनाव आप में से कोई भी नहीं जीत पाएंगे। आपके आवास पर जाकर शिक्षक मुंह पर कालिख पोतने का काम करेंगे। क्षेत्र में आने पर इन एमएलसी को बंधक बना लिया जाएगा। अमित विक्रम ने कहा कि शिक्षकों की आवाज उठाने के लिए शिक्षक आपको वोट देते हैं। यह नहीं चलेगा कि आप एसी में बैठकर हवा खाएं और शिक्षक जलती दोपहरी में लू के थपेड़े खाएं।
शिक्षक निर्वाचन के 6 व स्नातक निर्वाचन के 6 एमएलसी के खिलाफ बिगुल
अमित विक्रम ने कहा कि शिक्षकों के वोट से 6 एमएलसी सीधे तौर पर शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से जीते हैं। जबकि 6 स्नातक निर्वाचन क्षेत्र से जीतने वाले एमएलसी भी सीधे तौर पर शिक्षकों के वोट पर ही निर्भर करते हैं। क्योंकि स्नातक वोटर में सबसे बड़ी संख्या शिक्षकों की ही होती है। वोट देने वालों में से लगभग 90% स्नातक योग्यताधारी शिक्षक ही होते हैं। ऐसे में इन सभी 12 एमएलसी से शिक्षकों को विशेष नाराजगी है। शिक्षकों में जितना आक्रोश शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक के प्रति है, उतना ही आक्रोश इन सभी 12 MLC के प्रति भी है। पिछले 1 साल से लगातार शिक्षकों का शोषण हो रहा है, लेकिन इनमें से एक भी एमएलसी ने किसी प्रकार का कोई ठोस आंदोलन नहीं किया है। केवल मीडिया में बयानबाजी और सदन में हल्ला हंगामा करते हैं। सड़क पर उतरकर यह 12 एमएलसी ने कभी कोई आंदोलन नहीं किया। इसलिए सभी शिक्षकों की मांग है कि यह सभी 12 एमएलसी राजभवन परेड करें और वहीं पर धरना दें। अन्यथा रविवार को उनके विरुद्ध आंदोलन की घोषणा की जाएगी।
इन 12 एमएलसी के खिलाफ आंदोलन का ऐलान
संघ ने एमएलसी नीरज कुमार, अवधेश नारायण सिंह, देवेश चंद्र ठाकुर, बिरेंद्र नारायण यादव, सर्वेश कुमार, डॉ एनके यादव, नवल किशोर यादव, जीवन कुमार, संजय कुमार सिंह, अफाक अहमद, डॉ मदन मोहन झा, और संजीव कुमार सिंह के खिलाफ आंदोलन का ऐलान किया है।