Bihar News में एक ऐसा अजूबा मामला सामने आया है जिसे सुनकर हर कोई हैरान है। 21 साल बाद एक औरत के घर वापस लौटने की कहानी किसी फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं है।
21 साल बाद वापस लौटी महिला…हैरान हुए गांव वाले
साल था 2003। बिहार का एक परिवार कोलकाता में गुजर-बसर करता था। एक रोज परिवार की एक महिला अचानक कहीं लापता हो गई। परिजन हर गली-नुक्कड़ पर उसे तलाशते रहे। उसकी कोई खबर नहीं मिली। थक-हार कर परिवार के लोग बिहार में अपने गांव वापस लौट आए। महिला का इंतजार किया। फिर अंतिम संस्कार कर श्राद्ध कर्म भी कर दिया। महीने, साल और दशक बीत गया। महिला की कोई खबर नहीं आई। इस बीच उसके पति की भी मौत हो गई। फिर 21 साल बाद महिला अचानक अपने गांव पहुंची। परिजन और गांव वाले महिला को देख हैरान हैं।
Saran News : ‘संतोष के माई आ गईली’
छपरा के एक घर में दिवाली पर दोगुनी खुशियां आईं हैं। सारण जिले के मढ़ौरा अनुमंडल अंतर्गत गौरा थाना क्षेत्र के सलीमापुर गांव में ग्रामीणों की भीड़ एक ही जगह जुटी है। महिला प्रभावती देवी 21 साल बाद जब अपने घर पहुंची तो आसपास के लोगों का हुजूम उन्हें देखने पहुंच रहा है। इस दौरान सभी यही कह रहे हैं कि ‘संतोष के माई आ गईली’। गौरा थाना क्षेत्र के सलीमापुर गांव निवासी स्व भगवान साह की 65 वर्षीय पत्नी प्रभावती देवी के घर वापस आने की कहानी बेहद हैरान करने वाली है।
Kolkata में गुम हुई थी प्रभावती देवी
प्रभावती देवी वर्ष 2003 में कलकत्ता के बांस बेरिया जुट मिल के समीप सब्जी मंडी से गुम हुई थी। उस समय महिला का पुत्र उसी मंडी में सब्जी बेचने का काम करता था। एक दिन अचानक महिला गुम हो गई। बेटे और परिजनों द्वारा लगातार चार वर्षो तक काफ़ी खोजबीन और इंतजार किया गया। लेकिन जब सफलता हाथ नहीं लगी तो परिवार के सभी सदस्य एक साथ कलकत्ता से घर आए और वृद्ध महिला का श्राद्धकर्म कर दिया।
अब Chapra कैसे पहुंची 21 साल पहले गुम हुई महिला?
इस बीच कोलकाता स्थित मदर टेरेसा संस्था को वह महिला बीमार अवस्था में मिली। ट्रस्ट की महिला सदस्यों ने बताया कि लगभग एक वर्ष पूर्व उन्हें यह वृद्ध महिला कोलकाता के तारातल्ला में मिली थी। तब महिला का मानसिक संतुलन ठीक नहीं होने के साथ ही, वह पूरी तरह से अस्वस्थ्य थी। उन्हें चैरिटेबल ट्रस्ट के कार्यालय लाकर इलाज कराया गया। लगातार देखभाल की गई। जैसे ही महिला ने अपना और बेटे के नाम के साथ गांव का पता बताई तो उसे छोड़ने के लिए हमलोग बिहार के छपरा आ गए।
एक वर्ष पहले हुई पति की मौत, नहीं हो सकी मुलाकात
वृद्ध लापता महिला के पति की मौत विगत वर्ष हो चुकी है। उनके चारों बेटे बिहार के अलावा अन्य प्रदेशों में मेहनत-मजदूरी करते हैं। फिलहाल घर पर एक भी बेटा या अन्य कोई सदस्य नहीं रहता है। घर वापस लौटी महिला को मदर टेरेसा संस्था के सदस्यों द्वारा उनके एक बेटे संतोष कुमार साह से वीडियो कॉल पर पहचान कराई गई थी। 21 वर्षों के बाद मां को देख संतोष की आंखों से आंसू छलक पड़े। उक्त महिला के चार बेटे राजेश कुमार साह, संतोष कुमार साह, सनोज कुमार साह और शेरू कुमार साह हैं।