Bihar News : सचिलवालय में LDC की ब्रेन हेमरेज से मौत, जमकर हंगामा, प्रताड़ित कर रहे थे सीनियर, स्पष्टीकरण से थे परेशान

by Jyoti
0 comments

Bihar News : पटना स्थित सचिवालय में एक लोअर डिवीजन क्लर्क की ब्रेन हेमरेज से मौत पर बवाल हो गया है। स्पष्टीकरण से परेशान होने के कारण LDC की मौत का आरोप लगा है।

एलडीसी राज कमल रजक की मौत के बाद हंगामा

Patna News : पटना सचिवालय में एलडीसी की मौत के बाद हंगामा

सरकारी दफ्तर में कनीय पदाधिकारी की स्थिति क्या है, इसका सच मंगलवार को तब सामने आया जब एक लोअर डिवीजन क्लर्क की ब्रेन हेमरेज से मौत हो गई। पटना के सचिवालय में एलडीसी राजकमल रजक की मौत के बाद हंगामा हो गया। साथ काम करने वाले सचिवालय कर्मियों ने खूब नारेबाजी की। सचिवालय के अंदर ही मृतक कर्मी के साथी धरने पर बैठ गए और अफसरों पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगे। मृतक के साथियों का कहना है कि राजकमल रजक को उनके सीनियर लगातार प्रताड़ित कर रहे थे। उनके खिलाफ फाइल लगातार मोटी की जा रही थी। स्पष्टीकरण इतने मांगे गए कि मानसिक तौर पर प्रताड़ित होने के कारण ब्रेन हेमरेज से उनकी मौत हो गई।

Patna Secretariat : पंचायती राज विभाग के LDC को किया जा रहा था टॉर्चर

मंगलवार को पटना सचिवालय के पंचायती राज विभाग में कार्यरत निम्न वर्गीय लिपिक राजकमल रजक की अचानक मौत हो गई। मृतक राजकमल रजक के साथियों का आरोप है कि उनकी मौत ब्रेन हेमरेज से हुई है। LDC राजकमल रजक ने वर्ष 2022 में यहां योगदान दिया था। एलडीसी की मौत के बाद उनके साथ काम करने वाले कर्मियों ने सचिवालय में हंगामा मचा दिया। सभी कर्मी सचिवालय के अंदर धरने पर बैठ गए और अफसरों के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। हंगामा कर रहे सचिवालय कर्मियों का आरोप है कि राजकमल रजक समेत सभी निम्न कर्मियों को सीनियर अफसरों द्वारा टॉर्चर किया जाता है। अवकाश के दिन भी काम करने के लिए बुलाया जाता है। सेक्शन 9 में कार्यरत एलडीसी राजकमल रजक को प्रशाखा पदाधिकारी रंजीत कुमार और उप सचिव गोविंद चौधरी लगातार मानसिक तौर पर प्रताड़ित कर रहे थे। उनके खिलाफ हर कुछ दिन पर स्पष्टीकरण जारी किया जा रहा था। उनके साथ बदतमीजी की जा रही थी। इस कारण मानसिक तौर पर परेशान राजकमल रजक की ब्रेन हेमरेज से मौत हो गई।

Secretariat Patna : प्रशाखा पदाधिकारी व उप सचिव पर कार्रवाई की मांग

हंगामा कर रहे मृतक राजकमल रजक के साथियों की मांग है कि परिजन को अनुकंपा पर सचिवालय में नौकरी दी जाए। इसके साथ ही मृतक की तीन माह की बच्ची की पढ़ाई के लिए सरकार बतौर मुआवजा 50 लाख रुपए दे। हंगामा कर रहे कर्मियों ने अफसर की करतूत पर अविलंब रोक लगाने की मांग की है। कर्मियों का कहना है कि अगर कनीय कर्मियों को इसी तरह टॉर्चर किया जाता रहा तो कई और लोगों की मौत हो सकती है। ऐसे में प्रशाखा पदाधिकारी रंजीत कुमार और उप सचिव गोविंद चौधरी को तत्काल यहां से हटाया जाए।

You may also like

Leave a Comment

Editors' Picks

Latest Posts

© All Rights Reserved.

Follow us on