Bihar Politics में Chirag Paswan की पार्टी से जुड़ी ऐसी खबर जिसने एनडीए खेमे को बेचैन कर दिया है। खासतौर से चिराग के लिए यह बड़ा झटका है।
Chirag Paswan को झटका, राकेश रौशन का इस्तीफा
केंद्रीय मंत्री और लोजपा (रामविलास) के प्रमुख चिराग पासवान को बड़ा झटका लगा है। बिहार की राजनीति में पैठ रखने वाले दिवंगत बृजनाथी सिंह के बेटे और लोजपा (आर) के नेता राकेश रोशन ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफा के साथ ही उन्होंने तिरहुत विधान परिषद उपचुनाव में कूदने का ऐलान कर दिया है। लिहाजा यह झटका चिराग पासवान के साथ ही एनडीए को भी लगा है। राकेश रोशन के अखाड़े में उतरने से एनडीए के उम्मीदवार जेडीयू नेता अभिषेक झा की मुश्किलें बढ़ सकती हैं।
Tejashwi Yadav के खिलाफ मिले थे 25 हजार वोट
लोजपा (आर) के उपाध्यक्ष राकेश रोशन ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। राकेश उत्तर बिहार के बड़े नाम दिवंगत बृजनाथी सिंह के बेटे हैं। 2020 के विधानसभा चुनाव में राकेश रोशन ने राघोपुर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के खिलाफ चुनाव लड़ा था। इस चुनाव में उन्हें करीब 25 हजार वोट मिले थे। अब राकेश रोशन के ने तिरहुत विधान परिषद उपचुनाव में निर्दलीय लड़ने का ऐलान किया है।
Tirhut Graducate MLC Constituency bye Election 2024 : जेडीयू उम्मीदवार Abhishek Jha की बढ़ी टेंशन
यह सीट एनडीए कोटे से जदयू को गई है। देवेश चंद्र ठाकुर के सीतामढ़ी से सांसद बनने के बाद खाली हुई इस सीट पर उपचुनाव होना है। यहां से जदयू के नेता अभिषेक झा को एनडीए ने उम्मीदवार बनाया है। राकेश रोशन के चुनावी अखाड़े में उतरने से एनडीए की मुश्किल बढ़नी तय है। पार्टी ने इस मामले में राकेश रोशन को कारण बताओं नोटिस जारी किया था। इसके बाद राकेश रोशन ने पार्टी से इस्तीफा देते हुए चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया है।
NDA व INDIA के बीच Rakesh Raushan करेंगे खेल
तिरहुत विधान परिषद उपचुनाव में अब मुकाबला त्रिकोणीय हो सकता है। यहां से जदयू के नेता अभिषेक झा एनडीए के उम्मीदवार हैं। वहीं महागठबंधन की ओर से राजद के नेता गोपी किशन को अखाड़े में उतारा गया है। अब राकेश रोशन के निर्दलीय चुनावी मैदान में कूदने से मुकाबला त्रिकोणीय होने की संभावना है। राकेश रोशन ने इस्तीफे के बाद कहा कि लोकसभा चुनाव में उन्हें वैशाली से टिकट देने का वादा किया गया था। वह चुनाव लड़ने की तैयारी भी कर चुके थे। लेकिन टिकट नहीं मिला। इसलिए अब तिरहुत विधान परिषद उपचुनाव में में लड़ने का फैसला किया है।
Brijnathi Singh Murder : AK 47 से भून दिए गए थे बृजनाथी सिंह
5 फरवरी 2016 को पटना के कच्ची दरगाह में अपराधियों ने बृजनाथी सिंह को AK 47 से भून दिया था। इस हत्याकांड ने पूरे बिहार को हिलाकर रख दिया था। इस हत्याकांड में मुन्ना सिंह और रणविजय सिंह उर्फ बबलू सिंह ने मुख्य भूमिका निभाई थी। लाइनर और शूटर भी यही दोनों थे। हत्याकांड में गिरफ्तार अपराधियों ने स्वीकार भी किया था कि मुन्ना और रणविजय ने ही AK 47 राइफल से बृजनाथी पर गोलियों की बौछार की थी। पांच फरवरी को दिन के ढाई बजे बृजनाथी की हत्या कच्ची दरगाह मोड़ के पास घेर कर कर दी गई थी। दिवंगत बृजनाथी सिंह ने अपनी पत्नी वीरा देवी को राघोपुर से राबड़ी देवी के खिलाफ जदयू के टिकट पर चुनाव लड़ाया था। उनके पुत्र राकेश रौशन फिलहाल लोक जनशक्ति पार्टी आईटी सेल के प्रदेश अध्यक्ष हैं।