Bihar News में बेगूसराय से एक ऐसी खबर जिसकी पड़ताल पुलिस के लिए किसी चुनौती से कम नहीं है। एक तरफ हत्या की कहानी सामने आ रही है तो दूसरी तरह हादसे की खबर भी उड़ रही है।
बेगूसराय पुलिस उलझ गई है। हत्या और हादसे के बीच तफ्तीश करना पुलिस के लिए एक बड़ी चुनौती है। क्योंकि एक ही घटना की दो कहानी सामने आ रही है। एक कहानी ये कि साले ने ही जीजा की हत्या कर दी। क्योंकि उसने अपनी पत्नी को जीजा के साथ देख लिया था। जबकि दूसरी कहानी हर्ष फायरिंग की सामने आ रही है। इन दोनों कहानियों में असली कहानी क्या है, यह तो इन्वेस्टिगेशन के बाद ही पता चलेगा। मामला बेगूसराय के बखरी थाना इलाके से जुड़ा है।
रविवार की दर रात मिली लाश, मौत की वजह साफ नहीं
बखरी थाना क्षेत्र के मौजी हरि सिंह पंचायत अंतर्गत छोटा मौजी स्थित ठाकुरबाड़ी के समीप रविवार की देर रात एक घटना होती है। इस घटना में चेरिया बरियारपुर थाना क्षेत्र के वार्ड 2 निवासी नंदकिशोर चौधरी के पुत्र जितेंद्र कुमार रोशन की मौत हो जाती है। प्राइमरी इन्वेस्टिगेशन में मौत की वजह साफ नहीं है। लेकिन माना जा रहा है कि जितेंद्र की मौत गोली लगने से हुई है। पुलिस ने मौके से जितेंद्र की लाश बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। लेकिन पुलिस भी फिलहाल मौत की असल वजह नहीं बता पा रही है।
दिल्ली में गार्ड की नौकरी करता था जितेंद्र, अचानक सुनाई पड़ी गोली की आवाज
मृतक जितेंद्र कुमार दिल्ली में रहकर एक प्राइवेट कंपनी में गार्ड की नौकरी करता था। वह बेगूसराय के बखरी थाना इलाके में अपनी चचेरी साली की शादी समारोह में शामिल होने पहुंचा था। छोटी मौजी में संजय चौधरी की बेटी की शादी थी। रविवार की रात मटकोर का रस्म हो रहा था। सभी रस्म में व्यस्त थे। तभी गोली की आवाज सुनाई पड़ी। भागकर जब लोग अंदर गए तो देखा कि जितेंद्र की मौत हो चुकी थी। इसके बाद लाश को छिपाने की कोशिश भी की गई। हालांकि किसी ने बखरी थाने को घटना की सूचना दे दी। जब पुलिस मौके पर पहुंची तो लाश को एक बोरे से छिपाकर रखा गया था।
कहानी एक : साले ने कर दी जीजा की हत्या, आपत्तिजनक हालत में देख हुआ बेकाबू
इस घटना में जो पहली कहानी सामने आ रही है उसके मुताबिक जितेंद्र की हत्या कर दी गई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि मटकोर के समय सभी लोग बाहर थे। तभी जितेंद्र के साले ने अपनी पत्नी की तलाश शुरू की। लेकिन उसकी पत्नी मटकोर वाली जगह पर मौजूद नहीं थी। फिर उसने देखा कि उसका जीजा जितेंद्र भी मौके पर नहीं है। लिहाजा जितेंद्र का साला घर की ओर भाग कर पहुंचा। कहा जा रहा है कि साले ने अपनी पत्नी और जीजा को आपत्तिजनक हालत में देख लिया। इसके बाद उसने जितेंद्र को गोली मार दी। जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। हालांकि इस कहानी को लेकर कोई चश्मदीद मीडिया के सामने नहीं आया है। लेकिन पुलिस की प्राइमरी इन्वेस्टिगेशन में यह कहानी सामने आई है।
कहानी दो : हर्ष फायरिंग के दौरान चली गोली से हुई मौत
जितेंद्र की मौत को लेकर जो दूसरी कहानी सामने आ रही है वह हर्ष फायरिंग से जुड़ी हुई है। कुछ लोगों ने दावा किया है कि मटकोर के समय जितेंद्र का साला हर्ष फायरिंग कर रहा था। तभी जितेंद्र ने भी गोली चलाने की जिद की। इसी बीच खींचतान के दौरान गोली चल गई और गोली लगने से जितेंद्र की मौत हो गई। लेकिन हर्ष फायरिंग की पुष्टि नहीं हो पाई है। हर्ष फायरिंग से जुड़ा कोई वीडियो भी सामने नहीं आया है। ऐसे में हर्ष फायरिंग के दावे की जब तक पुष्टि नहीं होती, तब तक पुलिस के लिए मामले को सुलझाना आसान नहीं होगा।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट व वीडियो की कर रहे जांच : पुलिस
बेगूसराय पुलिस की ओर से बताया गया है कि घटना की सूचना के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर छानबीन की। जांच के दौरान पता चला है कि जितेंद्र कुमार की मौत गोली लगने से हुई है। बेगूसराय एसपी मनीष ने इस मामले की जांच के लिए बखरी एसडीपीओ के नेतृत्व में एक टीम बनाई है और जांच शुरू कर दी गई है। बखरी थाना अध्यक्ष विकास कुमार राय ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद मौत के सही कारण का पता चल सकेगा। जहां तक बात हर्ष फायरिंग की है तो घटनास्थल से वीडियो साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। ताकि मामला स्पष्ट हो सके।