Bihar News : अवैध संपत्ति का एनकाउंटर, IPS नैयर हसनैन खान की कलम से चलेगी गोली, DGP का प्लान टू

जीवन ज्योति, पटना

by Jyoti
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Bihar News : अपराध की दुनिया से ताल्लुक रखने वाले तो यहां तक कहते हैं कि अगर पकड़े गए तो पुलिस का प्रसाद चखना ही पड़ेगा। डीजीपी का टारगेट अपराधियों के मन में खाकी और कानून का खौफ पैदा करना था। वह खौफ अब साफ नजर आ रहा है। अब डीजीपी ने अपराधियों की संपत्ति पर अटैक किया है। अवैध संपत्ति के एनकाउंटर की जिम्मेदारी नैयर हसनैन खान को सौंपी गई है।

डीजीपी का प्लान टू : अब अवैध संपत्ति का एनकाउंटर

Bihar Police : पुलिस का प्रसाद खाने से खौफ, अब संपत्ति जाने का खौफ

बिहार पुलिस की कमान जब डीजीपी विनय कुमार (Bihar DGP Vinay Kumar) ने संभाली तो पहले ही दिन उन्होंने पुलिस महकमे को दो बड़ा टास्क सौंपा था। अपराधियों को उनकी भाषा में जवाब देने और अवैध संपत्ति को अटैच करने की मुहिम शुरू की गई थी। डीजीपी विनय कुमार के कार्यकाल में अबतक इतने एनकाउंटर हो चुके हैं, जिसकी फेहरित बेहद लंबी है। पुलिसिंग के इस रवैए से अपराधी घबराए हुए हैं। अपराध की दुनिया से ताल्लुक रखने वाले तो यहां तक कहते हैं कि अगर पकड़े गए तो पुलिस का प्रसाद चखना ही पड़ेगा। साफ है कि डीजीपी का टारगेट अपराधियों के मन में खाकी और कानून का खौफ पैदा करना था। वह खौफ अब साफ नजर भी आ रहा है। डीजीपी का दूसरा बड़ा टास्क था अपराधियों की अवैध कमाई से अर्जित संपत्ति को जप्त करना। BNS के तहत देशभर में लागू नए कानून को हथियार बनाते हुए डीजीपी ने अपराधियों की संपत्ति पर अटैक किया। इस बीच आर्थिक अपराध इकाई की जिम्मेदारी बढ़ गई। अपराधियों की संपत्ति जप्त करने के लिए EOU में फाइल्स की ढेर लगी है। लिहाजा अब आईपीएस नैयर हसनैन खान को अपराधियों की अवैध संपत्ति का एनकाउंटर करने की जिम्मेदारी सौंपते हुए ADG EOU की कमान फिर से सौंपी गई है।

DGP Vinay Kumar : स्टेप वन…2600 क्रिमिनल्स की संपत्ति का एनकाउंटर

डीजीपी ने राज्य के सभी थानों को कम से कम दो अपराधियों को चिन्हित करने का निर्देश दिया था। पहले चरण की कार्रवाई में राज्य में करीब ढाई हजार मोस्टवांटेड अपराधियों की संपत्ति को जब्त करने की प्रक्रिया शुरू की गई। डीजीपी ने राज्य के हर थाने के लिए जिलों को फरमान जारी किया था। हर थाने के दो ऐसे मोस्ट वांटेड अपराधी जो अवैध तरीके से संपत्ति बनाए हैं, उनकी डिटेल शेयर करने को कहा गया था। बिहार में थानों की संख्या करीब 1300 है और हर थाने से दो मोस्टवांटेड पर यह कार्रवाई हो रही है। ऐसे में पहले चरण में 2600 के करीब अपराधियों की संपत्ति का एनकाउंटर होना है।

IPS Nayyar Hasnain Khan : अपराधियों की कब्र खोदने की तैयारी, अंडरवर्ल्ड में हड़कंप

आर्थिक अपराध इकाई के एडीजी नैयर हसनैन खान अवैध संपत्ति का एनकाउंटर करने के लिए मशहूर माने जाते हैं। लंबे समय तक आर्थिक अपराध इकाई के एडीजी की जिम्मेदारी संभाल चुके नैयर हसनैन खान जल्द ही अवैध संपत्ति जुटाने वाले क्रिमिनल्स की कब्र खोदने वाले हैं। पुलिस मुख्यालय से जुड़े सूत्रों का कहना है कि हर थाने से दो अपराधियों की लिस्ट EOU के पास आ चुकी है। EOU ने ऐसे अपराधियों से संपत्ति के सोर्स की जानकारी मांगी है। इसके साथ ही, EOU संपत्ति से जुड़ी जानकारी खुद अपने सोर्स से भी जुटा रही है। इस बात का भी ख्याल रखा जा रहा है कि अपराधियों की संपत्ति से जुड़ी फाइल में जिला, SDPO या थाना स्तर पर कोई गड़बड़ी न हो। इसलिए इसे सीधे तौर पर पुलिस मुख्यालय की आर्थिक अपराध इकाई द्वारा मॉनिटर किया जा रहा है। अब जबकि EOU के हेड आईपीएस नैयर हसनैन खान खुद बन गए हैं तो बिहार के अंडरवर्ल्ड में हड़कंप मच गया है।

Nayar Hassnain Khan IPS : अवैध संपत्ति की गंभीर बीमारी से जूझ रहे मरीज, एक्सपर्ट डॉक्टर खान करेंगे इलाज

बिहार कैडर के 1996 बैच के आइपीएस अधिकारी नैयर हसनैन खान करीब 8 महीने पहले सशस्त्र सीमा बल के आईजी बने थे। नैयर हसनैन खान ने सितंबर में ही एसएसबी के आईजी का पदभार सशस्त्र सीमा बल (SSB) के पटना मुख्यालय में संभाला था। उनकी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के बाद आईपीएस पंकज दराद को वापस बिहार कैडर भेजा गया था। नैयर हसनैन खान ने बिहार कैडर के ही आईपीएस अधिकारी पंकज कुमार दाराद के स्थान पर सीमांत मुख्यालय सशस्त्र सीमा बल में पदभार ग्रहण किया था। आईपीएस अधिकारी पंकज कुमार दाराद की केंद्रीय प्रतिनियुक्ति की अवधि समाप्त हो गई थी। तब उन्हें वापस बिहार कैडर भेजा गया था। पंकज दराद फिलहाल एडीजी लॉ एंड ऑर्डर के पद पर तैनात हैं। इस बीच नैयर हसनैन खान फिर से अपने मूल कैडर बिहार में वापस आ चुके हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय से रिलीज होने के बाद ही यह सवाल उठने लगा था कि आखिर 8 महीने में ही केंद्रीय प्रतिनियुक्ति से वापस लौट रहे नैयर हसनैन खान को कौन सी बड़ी जिम्मेदारी दी जाएगी। जब आईपीएस नैयर हसनैन खान को बिहार कैडर में वापस भेजे जाने की खबर आई तभी इस बात पर चर्चा हो रही थी कि पुलिस मुख्यालय में उनके लिए कोई बड़ी जिम्मेदारी तय की गई है। मतलब उनकी वापसी के पीछे बिहार में लॉ अंदर ऑर्डर की रीढ़ को मजबूत करने की मंशा थी। केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर जाने से पहले आईपीएस खान ADG EOU के पद पर तैनात थे। आर्थिक अपराधियों की नब्ज के जानकर डॉक्टर कहे जाने वाले IPS नैयर हसनैन खान अब अवैध संपत्ति की बीमारी से ग्रस्त मरीजों के इलाज में जुट गए हैं।

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