Bihar News में Bihar By Election 2024 result के बाद बेलागंज में RJD का किला ध्वस्त होने की चर्चा सबसे ज्यादा है। आखिर कैसे आरजेडी के हाथ से निकल गई बेलागंज सीट?
Bihar By Election 2024 result : उपचुनाव में महागठबंधन का सूपड़ा साफ
शनिवार को जब बिहार विधानसभा की चार सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजे आए तो महागठबंधन बेचैन हो उठा। 2020 के विधानसभा चुनाव में तीन सीटों पर जीत दर्ज करने वाले महागठबंधन को सभी सीटों पर हार का सामना करना पड़ा। रामगढ़, बेलागंज, तरारी और इमामगंज में एनडीए का झंडा बुलंद हो गया। इस बीच सबसे ज्यादा चर्चा में बेलागंज सीट है। क्योंकि यह आरजेडी का वह किला है जिसे 35 साल बाद एनडीए ने ध्वस्त कर दिया है। तीन दशक से भी ज्यादा समय तक आरजेडी का गढ़ कहे जाने वाले बेलागंज में जेडीयू उम्मीदवार की जीत ने आरजेडी को बेचैन कर दिया है।
सांसद सुरेंद्र यादव की किलेबंदी भी नाकामयाब
उपचुनाव में बेलागंज एक हॉट सीट रहा। इस सीट पर दिग्गजों की साख दांव पर लगी हुई थी। राजद ने अपने सांसद सुरेंद्र यादव की खाली हुई सीट पर उन्हीं के बेटे विश्वनाथ यादव को टिकट दिया था। बदले में जदयू ने अपनी पुरानी नेता पर भरोसा जताया और मनोरमा देवी को मैदान में उतारा। वहीं प्रशांत किशोर ने जनसुराज पार्टी से मो अमजद को अखाड़े में उतारा था। मतगणना के दौरान शुरू से ही JDU की मनोरमा देवी विरोधी उम्मीदवार RJD के विश्वनाथ यादव पर हावी नजर आईं। हालांकि विश्वनाथ यादव के लिए उनके पिता और जहानाबाद सांसद सुरेंद्र यादव ने किलेबंदी में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। बावजूद इसके वो बेटे को जीत नहीं दिला पाए।
1990 से आरजेडी के कब्जे में था बेलागंज
मनोरमा देवी ने विश्वनाथ यादव को 21,391 वोटों के भारी अंतर से हरा दिया। जबकि बेलागंज विधानसभा सीट पर आरजेडी का वर्चस्व 1990 से बना हुआ था। इस सीट से आठ बार विधायक रह चुके आरजेडी नेता सुरेंद्र यादव यहां के सबसे प्रभावशाली राजनेताओं में से एक माने जाते हैं। इस बार उपचुनाव में उनके बेटे विश्वजीत सिंह को आरजेडी ने मैदान में उतारा था। हालांकि, वह इस गढ़ को बचाने में नाकाम रहे और जेडीयू प्रत्याशी मनोरमा देवी ने उन्हें करारी शिकस्त दी।
Lalu Prasad Yadav का दबदबा खत्म
बेलागंज की सीट आरजेडी के प्रतिष्ठा का सवाल था। इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि यहां राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को चुनाव प्रचार के लिए आना पड़ा था। उन्होंने अपने परंपरागत वोटरों को एक होने की बात कही थी। लेकिन लालू की अपील रंग नहीं ला पायी और जदयू की जीत हो गयी। ऐसे में लालू का दबदबा यहां भी खत्म हो गया।
यादव वोटरों ने आरजेडी को दिया बड़ा झटका
बेलागंज विधानसभा सीट पर सबसे ज्यादा यादव वोटरों की तादाद है। यहां 35 सालों से सुरेंद्र यादव का कब्जा रहा। इस बार उनके पुत्र विश्वनाथ कुमार सिंह भाग्य आजमा रहे थे। दूसरी ओर यादव जाति की ही रही मनोरमा देवी जदयू उम्मीदवार थी। परिणाम बता रहे हैं कि यादव मतदाताओं का वोट मनोरमा देवी को मिला है। जबकि राजद के परंपरागत वोटों में से मुस्लिम वोट में जन सुराज के उम्मीदवार मोहम्मद अमजद अली ने सेंधमारी कर दी।