Bihar Politics में RCP Singh सुर्खियों में हैं। टाइगर अभी जिंदा है…यह संदेश देकर आरसीपी समर्थकों ने जेडीयू व बीजेपी दोनों को बेचैन कर दिया है।
Bihar की राजनीति में बड़ा सियासी खेल
वही होने जा रहा है जिसका डर नीतीश कुनबे को था। राजनीतिक संभावना ठीक वैसी ही बन रही है जैसा ‘रिपब्लिकन न्यूज’ ने ठीक 2 महीने पहले बताया था। ‘रिपब्लिकन न्यूज’ ने बताया था कि पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह नई पार्टी बना सकते हैं। अब खुद आरसीपी सिंह ने इसकी पुष्टि कर दी है। इस पुष्टि के साथ ही बिहार बीजेपी दफ्तर के बाहर लगे एक पोस्टर ने सियासी महकमें में खलबली मचा दी है। टाइगर रिटर्न और टाइगर अभी जिंदा है, स्लोगन के साथ आरसीपी सिंह की तस्वीर बीजेपी दफ्तर के बाहर लगी है। वैसे तो आरसीपी सिंह के एक्टिव होने से मुसीबत नीतीश कुमार के खेमे में होनी चाहिए थी। लेकिन बीजेपी में रहते हुए नई पार्टी बनाने का ऐलान कर आरसीपी सिंह ने भाजपा को विधानसभा चुनाव से पहले मुसीबत में डाल दिया है।
आरसीपी सिंह से जुड़ी 2 खबर, BJP-JDU दोनों बेचैन
RCP Singh…टाइगर जिंदा है
शनिवार को बिहार बीजेपी दफ्तर के बाहर लगे एक पोस्टर ने भाजपा के लिए मुसीबत खड़ी कर दी है। पोस्टर में आरसीपी सिंह की तस्वीर लगी है। तस्वीर के साथ टाइगर रिटर्न और टाइगर अभी जिंदा है जैसे स्लोगन लिखे गए हैं। शुरुआत में ऐसा लगा कि यह पोस्टर जदयू को आरसीपी का दम दिखाने के लिए लगाया गया है। लेकिन तभी सामने आई एक नई खबर ने भाजपा को भी परेशान कर दिया। वैसे तो पोस्टर आरसीपी सिंह के समर्थकों ने लगाई है। लेकिन आरसीपी सिंह द्वारा एक इंटरव्यू के दौरान नई पार्टी बनाने का ऐलान करने की खबर बीजेपी के लिए विधानसभा चुनाव से पहले किसी बड़े झटके से काम नहीं है।
Nitish Kumar व BJP के लिए बड़ी मुसीबत
‘रिपब्लिकन न्यूज’ ने 20 जुलाई को ही यह बताया था कि आरसीपी सिंह अब पटना में अपना डेरा-डंडा जमाने जा रहे हैं। पटना में रहकर वह लोगों से मिलेंगे और नई पार्टी बनाकर बिहार के सियासी अखाड़े में फिर से कूदने की तैयारी है। अब आरसीपी सिंह ने खुद मीडिया में यह बयान दिया है कि वह नई पार्टी बनाने जा रहे हैं। कभी नीतीश कुमार के सबसे खास रहे आरसीपी को संगठन चलाने का लंबा अनुभव है। यूपी कैडर के पूर्व आईएएस अधिकारी आरसीपी सिंह केंद्र में मंत्री भी रहे। हालांकि नीतीश कुमार से रिश्ता बिगड़ने के बाद उन्होंने बीजेपी का दामन थाम लिया। इस बीच नीतीश कुमार ने पाला बदलते हुए बीजेपी से गठबंधन कर लिया। नीतीश की एनडीए में वापसी से आरसीपी सिंह पार्टी में असहज महसूस कर रहे थे। अब नई पार्टी बनाने का ऐलान कर आरसीपी सिंह ने बीजेपी और जेडीयू दोनों की टेंशन बढ़ा दी है।