Bihar News में भ्रष्ट सिस्टम की ऐसी बानगी जो दिल दहलाने वाली है। एक युवक को गोली लगने के बाद एनएमसीएच में भर्ती कराया गया। उसकी मौत के बाद उसकी आंख ही गायब है।
Patna News Live : NMCH में निकाल ली गई मरीज की आंख?
यह नीतीश कुमार के सुशासन का वह चेहरा है जो आपको अंदर तक हिला डालेगा। बिहार के किसी भी सरकारी अस्पताल में जाने से पहले आप हजार बार सोचेंगे। आपकी रूह कहां उठेगी। आप अपने परिजन को अगर अस्पताल लेकर जाएंगे तो पहले यह देखेंगे कि उसके शरीर में कौन सा अंग है और कौन सा नहीं है। हम ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि बिहार के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल शामिल एनएमसीएच में ऐसी घटना हुई है जिसने स्वास्थ्य महकमे को बेनकाब कर दिया है। एक युवक को गोली लगने के बाद उसे पटना के नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया था। ऑपरेशन के बाद उसकी हालत ठीक बताई गई। फिर अचानक उसकी मौत हो गई। लेकिन मसला यहीं खत्म नहीं हुआ। जब परिजन मौत के बाद अपने बेटे को देखने पहुंचे तो उनकी आंखें फटी की फटी रह गई। क्योंकि घर के जिस चिराग की हत्या हुई उसकी एक आंख ही गायब थी। परिजनों का कहना है कि अस्पताल में उसकी आंख निकाल ली गई। पुलिस भी यही बता रही है कि वारदात के वक्त गोली लगने के अलावा उसके शरीर पर जख्म के और कोई खास निशान नहीं थे। आंख तो बिल्कुल ही ठीक था। तस्वीरें भी यही बता रही हैं कि घायल मरीज का आंख बिल्कुल ठीक था। ऐसे में बड़ा सवाल है कि आखिर आंख कहां गायब हो गया?
Nalanda News : पेट में लगी थी गोली, एनएमसीएच मौत
नालंदा जिले के चिकसौरा थाना क्षेत्र में 14 नवंबर की सुबह करीब 7 बजे हुराड़ी गांव निवासी फंटूश कुमार को गोली मारी गई थी। इस मामले में फंटूश कुमार की पत्नी निरमा कुमारी के बयान पर मदन प्रसाद, सदन कुमार, अवधेश प्रसाद और मिलन कुमार के खिलाफ प्राथमिक दर्ज की गई। परिजन घायल फंटूश को लेकर हिलसा अनुमंडलीय अस्पताल पहुंचे। फिर फंटूश को पटना के एनएमसीएच रेफर कर दिया गया। परिजनों के मुताबिक, 14 नवंबर को ही सुबह करीब 9 बजे उन्होंने एनएमसीएच में फंटूश को भर्ती कराया। इसके बाद उसका ऑपरेशन हुआ। डॉक्टर ने बताया कि हालात सुधर रही है। लेकिन 15 नवंबर की रात फंटूश के मौत की पुष्टि कर दी गई।
Patna News : मेरे चाचा की आंख डॉक्टरों ने निकाल ली : राहुल
मरीज की मौत के बाद परिजन उसे देखने जब अस्पताल में पहुंचे तो उनकी रूह कांप उठी। क्योंकि जिस फंटूश को पेट में गोली लगने के कारण एनएमसीएच में भर्ती कराया गया था उसकी एक आंख ही गायब थी। मृतक के भतीजा राहुल कुमार ने बताया कि फंटूश की बाईं आंख निकाल ली गई है। उन्होंने जब इस बारे में अस्पताल प्रशासन से बात करने की कोशिश की तो उन्हें अस्पताल से बाहर कर दिया गया। मृतक के शरीर को अब तक पोस्टमार्टम के लिए भी नहीं भेजा गया है। परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर इस मामले को रफा-दफा करने में लगे हैं। अब देखना यह है कि नीतीश के सुशासन में क्या मरीज की आंख निकालने वालों के खिलाफ कार्रवाई होती है या नहीं?
Nalanda Police : एनएमसीएच रेफर करते समय ठीक थी दोनों आंख : थाना प्रभारी
हमने इस मामले में नालंदा जिले के चिकसौरा थाना प्रभारी से भी बात की। उन्होंने बताया कि 14 नवंबर को जब फंटूश कुमार को गोली मारी गई थी तो उस समय उसके साथ इस तरीके की कुकृत्य की बात सामने नहीं आई थी। पुलिस ने खुद घायल फंटूश को अस्पताल में भर्ती कराया था। वहां से उसे एमएमसीएच रेफर किया गया था। पुलिस खुद इस बात की गवाह है कि घायल फंटूश की आंख बिल्कुल ठीक थी। ऐसे में अब एनएमसीएच प्रशासन कटघरे में खड़ा हो गया है। हमने एनएमसीएच प्रशासन से भी बात करने की कोशिश की। लेकिन हमें कोई जवाब नहीं मिला।