BPSC Teacher : बिहार लोक सेवा आयोग से चयनित शिक्षकों से घूसखोरी करने का बड़ा मामला खुलने के बाद शिक्षा विभाग ने अपने दो अधिकारियों को निलंबित कर दिया है। दोनों अधिकारियों पर और भी तरीके से घूस लेने का आरोप है।
Bihar News : TRE1 और TRE2 की काउंसलिंग के दौरान उगाही की
बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC Exam) से चुनकर शिक्षक बनने वालों का शिक्षा विभाग में पहला वास्ता घूसखोरों से ही पड़ा। नौकरी के लिए ज्वाइनिंग से पहले घूसखोरों से वास्ता पड़ने का यह मामला प्रथम दृष्टया साबित हो गया है। शिक्षा विभाग ने अपने दो अधिकारियों पर लगे आरोपों को पहली नजर में सही मानते हुए उन्हें निलंबित कर दिया है। बीपीएससी से पहले और दूसरे चरण (TRE1 और TRE2) में चयनित शिक्षकों (Bihar Teacher) से यह उगाही की गई थी, जिसकी प्राथमिक पुष्टि के बाद शिक्षा विभाग ने बड़ी कार्रवाई की है। इस जांच के दौरान सामने आया कि यह अधिकारी सरकारी विद्यालयों के उन्नयन में किए जा रहे सरकारी कामकाज में भी घूसखोरी कर रहे थे।
Darbhanga DEO-DPO Suspended : क्यों हुई कार्रवाई, पूरी बात जानें
यह कार्रवाई बिहार के दरभंगा जिले के जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO Darbhanga) और जिला कार्यक्रम पदाशिकारी (DPO Darbhanga) पर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस सिद्धार्थ के निर्देश के बाद हुई है। आईपीएस से रिटायर होने के बाद अभी नीतीश कुमार सरकार में शिक्षा विभाग देख रहे मंत्री सुनील कुमार और ईमानदार आईएएस के रूप में पहचान रखने वाले एस. सिद्धार्थ लगातार शिक्षा विभाग को दुरुस्त करने में लगे हैं। इसी क्रम में विभाग ने अपनी साख बचाने के लिए भ्रष्टाचार के खिलाफ यह बड़ी कार्रवाईकी है। विभाग को शिकायत मिली थी कि बीपीएससी के TRE1 के बाद TRE2 में सफल होकर शिक्षक बने अभ्यर्थियों से काउंसलिंग के दौरान बड़े पैमाने पर घूसखोरी की गई थी। किस बात के एवज में कितनी राशि किससे और कैसे ली गई, यह सब जांच शुरू हुई तो सामने आया कि विद्यालय उपस्कर के लिए भी इन अफसरों ने घूसखोरी की थी।
Darbhanga News : निलंबन अवधि में पटना मुख्यालय में अटैच रहेंगे
इन आरोपों की जांच का जिम्मा दरभंगा के प्रमंडलीय शिक्षा उपनिदेशक को दिया गया था। प्रमंडलीय उपनिदेशक ने बीपीएससी से चयनित शिक्षकों की काउंसलिंग में उगाही के साथ ही बेंच-डेस्क की सप्लाई करने वाली एजेंसी से भी अवैध वसूली की पुष्टि अपनी रिपोर्ट में की। उपनिदेशक के जांच प्रतिवेदन के आधार पर दोनों अधिकारियों को निलंबित करते हुए इन्हें जन शिक्षा निदेशालय पटना में अटैच कर दिया गया है।