Bihar News में बात ऐसे साइबर हैकर की जिनका पाकिस्तान कनेक्शन सामने आया है। एक न्यूज चैनल के पेज को हैक करने के बाद पुलिस ने 2 हैकर्स को गिरफ्तार किया है।
फेसबुक के ऐसे पेज जिनपर फॉलोअर्स की संख्या लाखों में होती है, उन्हें हैक कर बेचा जाता है। फिर पैसा पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान भेजा जाता है। इस बीच एक न्यूज़ चैनल के पेज को हैक कर बेचने की तैयारी थी। लेकिन हरकत में आई बिहार पुलिस ने हैकर्स को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के शिकंजे में आए दो हैकर्स राजस्थान के रहने वाले हैं। इनकी गिरफ्तारी नालंदा पुलिस ने की है। नालंदा की साइबर थाने की पुलिस ने दो साइबर हैकर्स को गिरफ्तार किया है। दोनों साइबर हैकर राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले के बेंगु थाना क्षेत्र अंतर्गत श्रीनगर गांव निवासी रोहित धाकड़ व प्रकाश धाकड़ हैं। दोनों साइबर हैकर ने एक न्यूज़ चैनल के फेसबुक पेज को हैक किया था।
फिशिंग मालवेयर के जरिए पेज को हैक किया, तस्वीर से पकड़े गए
साइबर डीएसपी ज्योति शंकर ने बताया कि 7 जनवरी को उन्हें शिकायत मिली थी कि एक न्यूज़ चैनल के फेसबुक पेज को हैक कर लिया गया है। इस मामले में साइबर थाने में प्राथमिकी दर्ज कर अनुसंधान प्रारंभ कर दिया गया था। तब पता चला कि फिशिंग मालवेयर के माध्यम से पेज को हैक कर लिया गया है। अनुसंधान के क्रम में लोकेशन आदि तकनीकी चीजों का पता किया गया। हैकर उस पेज पर कभी 10 घंटे तो कभी 2 घंटे लाइव आना शुरू किया। जिसके आधार पर हैकरों की तस्वीर मिल गई थी। इसके उपरांत राजस्थान पुलिस की मदद से दोनों हैकरों को पकड़ा गया।
मोबाइल ने खोले पाकिस्तान कनेक्शन के राज
साइबर डीएसपी ज्योति शंकर ने बताया कि छापेमारी टीम ने तीन मोबाइल फोन जप्त किया। मोबाइल की तफ्तीश में पता चला कि हैकर्स ने बहुत सारे चैट पाकिस्तान के लोगों के साथ की है। यूएसबीटी में पैसे ट्रांसफर किए गए थे। गिरफ्तार अभियुक्तों ने स्वीकारोक्ति बयान में बताया कि इन लोगों के द्वारा 50 से अधिक फेसबुक पेज को हैक किया गया है। ना सिर्फ भारत, बल्कि अलग-अलग देशों के भी हाई व्यूअरशिप मोनेटाइज फेसबुक पेज हैक किए गए हैं। यह एक गिरोह है जो ऐसे पेज को हैक करने और उसे हैक कर बेचने का काम करता है। पैसे क्रिप्टो के थ्रू पाकिस्तान भेज दिया जाता था।
हैकिंग के पेज को किया गया रिकवर
हैकरों के द्वारा जिस न्यूज़ चैनल के फेसबुक पेज को हैक किया गया था उसे रिकवर कर उसके वास्तविक ऑनर को सुपुर्द करने का काम किया जा रहा है। हाय व्यूअरशिप और मोनेटाइज पेज को हैक कर 420 डॉलर में बेचने का काम किया जाता था। यह गिरोह पेज को हैक कर उसपर लाइव आते हैं और अपनी ओनरशिप को दर्शाते हैं। ताकि उसपर अपना दावा कर सकें और उसपर अपना वीडियो डालते हैं। उसके अकाउंट नंबर को हैक करके जो व्यूअरशिप के पैसे मिलते हैं उससे उनको फायदा होता है। दोनों अभियुक्त पिछले तीन-चार साल से इस काम में लगे हुए थे, जिससे इनको महीने की 1 लाख से डेढ़ लाख तक की आमदनी हो जा रही है।
जांच में इस्लामाबाद और करांची का निकला आईपी एड्रेस
जांच के क्रम में यह बात सामने आई की ईमेल आईडी का आईपी ऐड्रेस पाकिस्तान के कराची और इस्लामाबाद का है। वहीं लाइव आने पर हैकर्स के वीडियो में दिख रहे बैकग्राउंड से कुछ फोटोग्राफ मिले। जिससे यह पता चला कि यह राजस्थान का कोई खास इलाका है। साइबर थाने की इस बड़ी कार्रवाई में अनुसंधानकर्ता अफसर हुसैन, जितेंद्र कुमार एवं 2 पुलिसबल के कर्मी शामिल थे।