Bihar News : बिहार में सुशासन को गोलियों से छलनी कर दिया गया। जिले के पुलिस कप्तान लापता हैं। जिले की पुलिस को वारदात की भनक तक नहीं है।
Bihar Crime : पटना में उद्योगपति गोपाल खेमका की हत्या, एसएसपी का मोबाइल बंद
बिहार की सड़कों पर मौत का तांडव चल रहा है। सीवान में नरसंहार हुआ। एक साथ तीन लोग मौत के घाट उतार दिए गए। रात होते ही राजधानी पटना की सड़क पर खूनी खेल हुआ। मशहूर कारोबारी गोपाल खेमका की हत्या कर दी गई। वारदात के घंटों बाद तक पटना की तेज तर्रार पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी। हद तो यह है कि क्राइम कंट्रोल के लिए पटना के नए एसएसपी बनाए गए कार्तिकेय शर्मा तक लापता रहे। उनका मोबाइल बंद रहा। इस हत्याकांड से राज्य का कारोबारी तबका सहम गया है। अंदर गुस्से की आग भड़क गई है।
Bihar Crime News : गांधी मैदान थाने के समीप वारदात, डेढ़ घंटे तक पुलिस लापता
मगध हॉस्पिटल के मालिक उद्योगपति गोपाल खेमका को शुक्रवार की रात मार दिया गया। पटना के गांधी मैदान थाने से महज ढाई सौ मीटर की दूरी पर अपराधियों ने गोपाल खेमका की हत्या कर दी। वारदात के बाद परिजन एसएसपी कार्तिकेय शर्मा के मोबाइल पर कॉल करते रहे। लेकिन उनका मोबाइल स्विच ऑफ मिलता रहा। गोपाल खेमका के छोटे भाई संतोष खेमका ने कहा कि वारदात के डेढ़ घंटे बाद पुलिस मौके पर पहुंची। पटना शहर में कारोबारी की हत्या के डेढ़ घंटे बाद पुलिस का पहुंचना यह बता रहा है कि बिहार में सुशासन मॉडल को छलनी कर दिया गया है।
सिवान में नरसंहार
Gopal Khemka Murder : 2018 में गोपाल खेमका के बेटे की हुई थी हत्या
वारदात के बाद पूर्णिया सांसद पप्पू यादव मौके पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि 20 दिसंबर 2018 को हाजीपुर के इंडस्ट्रियल एरिया में गोपाल खेमका के बेटे गुंजन खेमका की हत्या कर दी गई थी। अब गोपाल खेमका को भी मार दिया गया। पप्पू यादव ने कहा कि थाना के बगल में गोपाल खेमका का मर्डर हुआ। इस इलाके में तमाम वरीय अधिकारियों का बसेरा है। फिर इतनी बड़ी वारदात का होना यह साफ करता है कि अपराधी कितने बेखौफ हैं।
Patna News : एसएसपी लापता, डीएसपी को भनक नहीं, सिटी एसपी डेढ़ घंटे लेट
वारदात के बाद पत्रकार भी पुलिस से लगातार सवाल दागते रहे। लेकिन जवाब किसी के पास नहीं था। सिटी एसपी सेंट्रल दीक्षा खुद डेढ़ घंटे बाद घटनास्थल पर पहुंची। डीएसपी को यह तक मालूम नहीं था कि अपराधी कैसे आए और कितनी गोलियां चलाई गई। अब सवाल यह है कि क्राइम कंट्रोल के नाम पर आईपीएस अवकाश कुमार को पटना के एसएसपी की कुर्सी से हटाकर कार्तिकेय शर्मा को कमान सौंपने का यही नतीजा है? अगर राजधानी में पुलिस की कार्यशैली ऐसी है तो सीवान में नरसंहार होना कोई बड़ी बात नहीं।