Bihar News में खबर Begusarai से जहां Police पर RJD नेता और उनके परिजनों को पीटने का गंभीर आरोप है। महिलाओं का कहना है कि उनके प्राइवेट पार्ट पर डंडे चलाए गए हैं।
Begusarai Police पर गंभीर आरोप
बिहार में बेलगाम अपराध के बीच खाकी के रौब का सच अक्सर सामने आता रहता है। इस बीच बेगूसराय पुलिस पर राजद नेता और उनके परिजनों को बुरी तरीके से पीटने का आरोप लगा है। इतना ही नहीं, महिलाओं का कहना है कि उनके प्राइवेट पार्ट पर लाठी-डंडे से मारा गया है। घटना से जुड़ा वीडियो भी सामने आया है। वीडियो में पुलिस और राजद नेता तथा उनके परिजनों के बीच झड़प दिखाई दे रही है। पुलिस की पिटाई में कई लोग जख्मी हैं जिनका इलाज किया जा रहा है। यह घटना बेगूसराय के चेरिया थाना इलाके में हुई है।
25 हजार रुपए के लिए पुलिस बनी हैवान
राजद के महासचिव रामसखा महतो और उनके परिजनों ने चेरियाबरियारपुर पुलिस पर अवैध वसूली के लिए बेरहमी से पिटाई करने का आरोप लगाया है। रामसखा महतो की पत्नी, उसके दो पुत्र और उनकी भाभी को थाने पर ले जाकर बेरहमी से मारा गया है। इस दौरान महिलाओं के प्राइवेट पार्ट तक पर लाठी और डंडे बरसाए गए हैं। रामसखा महतो का आरोप है कि चौकीदार और शराब माफिया के बीच सांठगांठ है। उनके द्वारा इसका विरोध किया जाता रहा है। कुछ दिन पहले उनके बड़े भाई के दामाद जब अपने चार चक्का वाहन से कहीं जा रहे थे तो पुलिसकर्मियों ने उन्हें पकड़ लिया। फिर दामाद समेत दो लोगों को थाने ले गई। थाने में उनकी पिटाई की गई। दामाद को छोड़ने के बदले पुलिसकर्मियों ने 25 हजार रुपए घूस मांगे। लेकिन जब किसी कारण से दामाद पैसा नहीं दे सके तो पुलिस उन्हें परेशान करने लगी। इसके बाद रामसखा महतो ने स्थानीय लोगों के साथ थाने पर पहुंचकर इसका विरोध किया। इसी विरोध के कारण पुलिसकर्मियों ने उन्हें और उनके परिजनों को निशाना बनाते हुए बुरी तरीके से पिटाई की है।
पहले घर में घुसकर मारा, फिर थाने में की पिटाई
रामसखा महतो का कहना है कि गांव के दो भाइयों के बीच जमीन का विवाद था। जिसकी पंचायत में वह शामिल थे। इस मामले की सूचना जब पुलिस को मिली थी वह रामसखा महतो की तलाश करने लगी। जब रामसखा महतो घर पर नहीं मिले तो पुलिस ने घर में घुसकर परिजनों की पिटाई की। विरोध करने पर पुलिस ने परिजनों और घर में मौजूद महिलाओं को हिरासत में ले लिया। फिर थाने में सभी की बेरहमी से पिटाई की गई। वहीं इस पूरे मामले में अब तक बेगूसराय पुलिस का पक्ष सामने नहीं आया है।