IPS Manish : बेगूसराय के एसपी आईपीएस मनीष का वीडियो सुर्खियों में है। मॉब को कंट्रोल करने के दौरान उग्र भीड़ को चंद पलों में शांत करने वाले आईपीएस मनीष की चर्चा आखिर क्यों हो रही है?
Bihar Police : जब एक आईपीएस ने कहा, मनीष की लाठी से आवाज नहीं आती
कुछ साल पहले की बात है। पुलिस मुख्यालय में एक कार्यक्रम आयोजित था। बिहार कैडर के तमाम आईपीएस अधिकारी मौजूद थे। एक आईपीएस अधिकारी ने कहा, मनीष बेहद शांत हैं। हमेशा शांत रहते हैं। तभी एक दूसरे आईपीएस का जवाब आया, अरे मनीष बाहर से शांत दिखते हैं। इनकी लाठी से आवाज नहीं आती। यह किस्सा तब का है जब आईपीएस मनीष बेगूसराय नहीं, बल्कि एक अन्य जिले में एसपी थे। अब बेगूसराय एसपी आईपीएस मनीष एक बार फिर से चर्चा में हैं। वजह है, जमीनी विवाद में भड़की आग को अपनी कुशल कार्यशैली से चंद मिनट में शांत कर देना। आशंका थी कि पुलिस पर हुए हमले के बाद बेगूसराय में बड़ा बवाल होगा, लेकिन मौका-ए-वारदात पर पहुंचे एसपी मनीष ने उग्र भीड़ को ऐसे हैंडल किया कि बवाल की आग राख बनकर शांत पड़ गई। इस घटना के दौरान घटनास्थल पर पहुंचे एसपी मनीष का एक वीडियो सोशल मीडिया पर सुर्खियां बटोर रहा है।
Begusarai News : जमीनी विवाद में भड़की हिंसा की आग, चंद पलों में राख
रविवार को बेगूसराय जिले के बखरी थाना अंतर्गत प्राणपुर गांव में जमीनी विवाद को लेकर हिंसा की आग भड़की थी। हिंसक भीड़ ने पुलिस पर हमला कर दिया। इस घटना में बखरी के थानेदार फैसल अहमद अंसारी समेत कई पुलिसकर्मी चोटिल हो गए। दो पक्षों के बीच हुए जमीनी विवाद को सुलझाने पहुंची पुलिस आक्रोश की चिंगारी में खुद उलझ गई। जैसे ही मामले की भनक पुलिस कप्तान मनीष को लगी, वह खुद मौका-ए-वारदात पर पहुंच गए। एसपी मनीष पुलिस टीम को खुद लीड कर रहे थे। हिंसा की आग में प्राणपुर गांव के जलने की आशंका थी, लेकिन चंद ही पलों में हिंसा की आग रख बनकर ठंडी पड़ गई। जब एसपी मनीष मौके पर पहुंचे तो उन्होंने आक्रोशित भीड़ से अलग ही अंदाज में बात की। उनके बातचीत का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। बातचीत के दौरान एसपी मनीष उग्र भीड़ को बेहद शालीन तरीके से हैंडल करते नजर आए।
Bakhri Begusarai : तो पत्थर से सिर फोड़ दोगे? बच्चे काबू में नहीं हैं…एसपी
बखरी के प्राणपुर पहुंचे एसपी मनीष और एक आक्रोशित महिला के बीच बातचीत का वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में एसपी मनीष महिला से पूछते हैं, आपके पास जमीन का कोई कागज है? महिला कहती है, नहीं। एसपी सवाल करते हैं तो आप मानते हो कि आपके पास जमीन का कोई कागज नहीं है? महिला का जवाब फिर ‘नहीं’ में आता है। तब एसपी का सवाल होता है कि आपको पुलिस पर हमला करना चाहिए था? जब महिला हमले की बात से इंकार करती है तो एसपी कहते हैं कि हमारे पास सबूत है। किन लोगों ने पत्थर चलाया है। हमारे पास फोटो और वीडियो भी है। आपको दिखा दें? एसपी कहते हैं कि हमारे चार लोगों का सिर फूटा है। महिला कहती है पुलिस लाठी दिखा रही थी। जवाब में एसपी का सवाल था कि अगर ऐसा होगा तो क्या आप पत्थर से सिर फोड़ दोगे? महिला कहती है कि बच्चों ने ढेला (रोड़ा) चलाया होगा। इसपर एसपी का सवाल था, बच्चे आपके काबू में नहीं हैं? एसपी मनीष और महिला के बीच बातचीत का यह वीडियो सुर्खियों में है। ऐसा इसलिए क्योंकि मॉब कंट्रोल करने दौरान अक्सर पुलिस और भीड़ दोनों बेकाबू हो जाती है। नतीजा हिंसक झड़प की खबरें सामने आती हैं। लेकिन एसपी मनीष ने बेहद शालीन होकर महिला को इस बात का एहसास भी दिलाया कि उनके पास जमीन का पेपर नहीं है और यह भी बता दिया कि पुलिस पर हमला करने वालों की पूरी कुंडली उनके पास मौजूद है।
सीएम नीतीश के साथ आईपीएस मनीष की तस्वीर का सच
Bihar News : 11 डकैतों को गिरफ्तार कर सीएम से सम्मानित हुए थे वैशाली एसपी मनीष
2013 बैच के आईपीएस मनीष अपने एक्शन के लिए हमेशा चर्चा में रहे हैं। बिहार पुलिस सप्ताह 2022 के समापन कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वैशाली के तत्कालीन पुलिस कप्तान मनीष को सम्मानित किया था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने साल 2022 में आईपीएस मनीष को तब सम्मानित किया था जब उन्होंने वैशाली एसपी रहते हुए एक बैंक डकैती कांड में जबरदस्त सफलता पाई थी। हाजीपुर नगर थाना क्षेत्र के जदुआ स्थित एचडीएफसी बैंक डकैती मामले में शीघ्र सफल उद्भेदन, कुल 11 डकैतों की गिरफ्तारी के साथ लूट की एक करोड़ से ज्यादा रकम बरामद होने पर आईपीएस मनीष को सीएम ने सम्मानित किया था।
IPS Officer Bihar : इंजीनियर हैं आईपीएस मनीष
मूल रूप से उत्तर प्रदेश के अमरोहा निवासी आईपीएस मनीष खुद इंजिनियर हैं। उन्होंने आईआईटी रुड़की से इंजीनियरिंग की है। अगस्त 2020 में आईपीएस मनीष को जहानाबाद एसपी से वैशाली एसपी बनाया गया था। वैशाली में शराब माफियाओं पर कहर बनकर टूटने वाले एसपी मनीष ने लापरवाही बरतने वाले पुलिसकर्मियों को भी नहीं बख्शा था। अगस्त 2022 में वैशाली के तत्कालीन एसपी मनीष ने राजापाकड़ के थानेदार रविकांत पाठक और देसरी के थानेदार धनंजय चौधरी को कुछ लोगों की संदिग्ध चीज पीने से हुई मौत के मामले लाइन हाजिर किया था। जबकि जुड़ावनपुर ओपी प्रभारी राकेश मोहन को लापरवाही की वजह से एक हत्या होने के मामले में लाइन हाजिर कर दिया था।
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