Bharat Bandh : आज पूरा भारत बंद क्यों है? इस सवाल का जवाब भीड़ को नहीं मालूम; जानिए, असल बात

रिपब्लिन न्यूज़, सेंट्रल डेस्क

by Republican Desk
0 comments

Bharat Bandh को लेकर पूरे देश में आज बवाल है। Bihar News में लाठीचार्ज छाया रहा। जो भीड़ सड़कों पर उतरी, असल में उनमें ज्यादा संख्या ऐसे लोगों की थी- जिन्हें इस सवाल का जवाब नहीं पता- आज पूरा भारत बंद क्यों है?

आरक्षण की आधी-अधूरी जानकारी सभी के पास है, लेकिन असल बात सड़क पर उतरे 99 प्रतिशत लोग नहीं जान रहेRepublicanNews.in

हर बार की तरह यह भेड़ियाधसान भीड़ थी। ऐसी भीड़, जिसने कहीं ट्रेनें रोक दी थीं। ऐसा जत्था, जिसे देखकर बसें-गाड़ियां ठहर गईं। ऐसा मजमा, जिसके डर से दुकानों के शटर गिर गए। 21 अगस्त को भारत बंद (Bharat Bandh) है, लेकिन क्यों? इस सवाल का जवाब मिलना इसी भीड़ में मुश्किल नजर आया। बिहार से लेकर उत्तर प्रदेश तक, राजस्थान-मध्य प्रदेश तक… भारत बंद (Bharat Band) का असर हर जगह था, लेकिन ऐसा क्यों किया गया- इस सवाल के जवाब के आसपास इक्का-दुक्का ही पहुंच पा रहे थे।

इंटरनेट पर भी लोग जानना चाह रहे हैं-
आज पूरा भारत बंद क्यों है ? (aaj bharat kyon band hai)
आज भारत बंद क्यों ? (aaj bharat kyu band hai)
भारत क्यों बंद है आज ? (why bharat band today)
आज पूरा भारत बंद है ? (aaj bharat band hai)
आज भारत बंद क्यों है 2024 ? (why today is bharat bandh)
आज भारत बंद ? (Bharat Bandh Today)
आज क्या भारत बंद है ? (Today Bharat Bandh)
आज भारत बंद है कि नहीं ? (Bharat Bandh or not)
क्या आज भारत बंद है क्या ? (Bharat Bandh Why)
आज भारत बंद रहेगा ? (Bharat Bandh Today)

अंबेडकर का दिया अधिकार छीन रहे, संविधान से छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं… यही जानते हैं

रिपब्लिकन न्यूज़ की टीम ने देश के कई हिस्सों में प्रदर्शनकारियों से जानना चाहा कि यह भारत बंद क्यों है, तो जवाब मिला कि संविधान बदलने की साजिश रचकर भीमराव अंबेडकर का दिया अधिकार छीना जा रहा है। कई लोग एससी-एसटी का आरक्षण खत्म करने की बात करते नजर आए, जबकि ज्यादातर ने संविधान से छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं करने की बात कही। 100 लोगों में एक-दो ही एससी-एसटी में क्रीमी लेयर पर सुप्रीम कोर्ट के निर्णय की जानकारी वाले नजर आए।

Bharat Bandh : आज पूरा भारत बंद क्यों है ? असल वजह यहां जानें

उच्चतम न्यायालय (Supreme Court of India) के सात न्यायधीशों की संविधान पीठ ने इस महीने की पहली तारीख को अपने फैसले (what is supreme court decision on reservation) में कहा था कि राज्य सरकारों को सरकारी नौकरियों में आरक्षण देने के लिए अनुसूचित जातियों के उप-वर्गीकरण का अधिकार है। मतलब यह है कि राज्य अनुसूचित जातियों में अधिक पिछड़े लोगों की पहचान कर उन्हें एससी आरक्षण में से आरक्षण दे सकती है। इसे कोटे में कोटा कह सकते हैं। या, दूसरे शब्दों में ऐसे समझ सकते हैं कि एससी आरक्षण का लाभ इस वर्ग के संपन्न लोगों की जगह गरीबों-जरूरतमंदों को मिले- सुप्रीम कोर्ट की यही मंशा (supreme court ruling on reservation) है।

सुप्रीम कोर्ट ने एससी-एसटी वर्ग के क्रीमी लेयर में आने वालों को आरक्षण का लाभ नहीं देकर इसी श्रेणी के गरीबों-जरूरतमंदों को वह लाभ देने की बात (supreme court ruling on sc st) कही थी। अन्य पिछड़ा वर्ग (OBC) के आरक्षण में यह प्रावधान लागू है, लेकिन जैसे ही सुप्रीम कोर्ट ने एससी-एसटी के आरक्षण से क्रीमी लेयर वालों को दूर करने की बात कही तो हंगामा मच गया। सुप्रीम कोर्ट के इसी निर्णय की विभिन्न संगठनों ने अपने-अपने तरीके से व्याख्या कर 21 अगस्त को भारत बंद का आह्वान किया।

You may also like

Leave a Comment

Editors' Picks

Latest Posts

© All Rights Reserved.

Follow us on